अमरावतीमहाराष्ट्र

निजी बाजार में कपास की आवक बढी

सीसीआई ने की खरीदी बंद

अमरावती/दि.22– सीसीआई द्वारा कपास खरीदी बंद किये जाने से निजी बाजार की आवक में बढोत्तरी हुई है. 15 मार्च तक पंजीकृत हुए किसानों का कपास खरीदी किया जाने वाला था. लेकिन उसे भी ठेंगा दिखाया गया है. अब केंद्र पर आने वाला कपास निम्न दर्जे का व उतारा कम वाला रहने की बात सीसीआई ने कही है. तथापि इस बार सीसीआई की रिकॉर्ड खरीदी हुई है. 15 नवंबर से सीसीआई ने खरीदी शुरु की थी.
शासन द्वारा कपास की गारंटी दाम से सीसीआई के जरिए खरीदी की गई. अमरावती जिले में इसके लिए 9 उपजमंडी क्षेत्र में केंद्र शुरु किये गये थे. पहले और दूसरे कटाई के कपास में अपेक्षित रुई का उतारा मिला. दूसरे कटाई के कपास में पहले कटाई की तुलना में कम उतारा आने का कारण देते हुए सीसीआई ने गारंटी भाव 100 रुपए कम कर दिया था. बाद में निम्न दर्जे का कपास आने का कारण देते हुए अनेक किसानों को केंद्र से वापिस भेजा गया. 15 मार्च तक पंजीकृत किया किसानों का कपास खरीदी करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन उसी तारीख से खरीदी बंद की गई. शासकीय खरीदी केंद्र के दरवाजे बंद होने से भाव बढेंगे. इस अपेक्षा में घर में रखा कपास किसानों ने अब निजी बाजार में लाना शुरु किया है. इस कारण निजी बाजार में आवक बढी है. खरीददारों द्वारा इस कपास को औसतन 7 हजार 412 रुपए प्रति क्विंटल भाव दिये जा रहे है.

* सीसीआई का मुनाफा
सीसीआई ने इस बार रिकॉर्ड खरीदी की है. अमरावती उपज मंडी क्षेत्र में ही 2 लाख क्विंटल से अधिक खरीदी हुई है. जबकि राज्य में कुल उत्पादन में से 75 फीसद खरीदी हुई है. अब सीसीआई ने गांठ बिक्री की शुरुआत की है. प्रति गांठ 75 हजार रुपए भाव से बिक्री होने की जानकारी है.

 

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