अमरावतीमहाराष्ट्र

महाकुंभ कलश का श्रीक्षेत्र कौंडण्यपुर मेें आगमन

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रविराज देशमुख के हस्ते पूजन

कौंडण्यपुर/दि.20– महाकुंभ मेला हिंदू धर्म में सबसे पवित्र माना जाता है. कुंभ मेला हर 12 वर्षों में आयोजित किया जाता है. 13 जनवरी से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पवित्र त्रिवेणी संगम पर कुंभ मेले का आयोजन किया गया था. महाकुंभ मेले का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर हुआ. 144 वर्षों बाद आये इस महाकुंभ में जो भाविक जान सके उनके लिए सामाजिक दायित्व निभाते हुए अनुलोम द्वारा माता रुख्मिणी के मायके और भगवान श्रीकृष्ण की ससुराल श्रीक्षेत्र कौंडण्यपुर में 16 मार्च को महाकुंभ कलश दर्शन के लिए लाया गया.
इस कलश का सर्वप्रथम भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रवि देशमुख के हस्ते पूजन किया गया. उसके पश्चात विठोबाजी सराडे, प्रफुल्ल ठाकरे व अमोल डंबे ने भी पूजन किया. उसके बाद अनुलोम के तिवसा विधानसभा क्षेत्र की जनसेविका प्रिया नितिन गोंधलेकर व नितिन गोंधलेकर के हस्ते महाकलश का वर्धा नदी में विसर्जन किया गया. 144 वर्षों बाद आया इस महाकुंभ में जो भाविक नहीं जा सके, उनको पवित्र गंगा जल के दर्शन और स्नान का अवसर मिले, इस उद्देश्य से साल 2016 से सामाजिक कार्य में अग्रसर अनुलोम ने महाकुंभ कलश तीर्थदर्शन समारोह संपूर्ण महाराष्ट्रभर में आयोजित कर समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाया.
इस समय आशीषराव डुबे व अंबा रख्मिणी महोत्सव समिति सचिव अक्षय पुंडेकर के हस्ते रविराज देशमुख का स्वागत व सत्कार किया गया. इस अवसर पर संतोष मठिया, गोपाल राठोड, श्याम नरखेडकर, उमेश श्रीखंडे, मनोज खवड, बबलू कडू, गोपी वेरुलकर, नारायण कुरवाडे, सुभाष अर्मल, अनंत खंडारे, बबलू ठाकरे, गजानन ठाकरे, सुधाकर केवदे, गजानन बांबल, विनोद महल्ले, नामदेव मेहकर, गजानन मेहकर, सुनील ठाकरे, दिलीप बांबल, प्रदीप डुबे, चंदू ठाकरे, मोह अर्मल, मैताब शाह, प्रशांत ठाकरे, अर्पित डुबे, आकाश ठाकरे, हितेश गोरडे, मृणाल खंडारे शुभम अर्मल स्वप्निल केवदे, प्रथमेश ठाकरे, सार्थक ठाकरे, गणेश वैरागडे, अतुल डंबे, त्रिशुल शिंदोलकर, यश डुबे, दक्ष खंडारे, ओम राउत उपस्थित थे.

 

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