अमरावती के नए सीपी अरविंद चावरिया
सोमवार या मंगलवार को संभालेंगे अपना चार्ज

* अब तक पुणे में अपर पुलिस आयुक्त पद पर थे तैनात
अमरावती /दि.17- अमरावती के शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी का अमरावती से नागपुर तबादला किए जाने के उपरांत अब राज्य के गृह विभाग द्वारा फिलहाल पुणे शहर में अपर पुलिस आयुक्त (प्रशासन) पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी अरविंद चावरिया की अमरावती शहर पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्ति की गई है. जिसके चलते संभावना जताई जा रही है कि, आगामी सोमवार या मंगलवार को नवनियुक्त पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया द्वारा अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय पहुंचकर अपना पदभार संभाल लिया जाएगा.
विगत 29 वर्षों से पुलिस विभाग में सेवारत रहनेवाले नवनियुक्त पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने राज्य के कई जिलो में बेहद शानदार तरीके से काम किया है. जिसके चलते पुलिस दल में उत्कृष्ठ सेवा के लिए उन्हें पुलिस महासंचालक सम्मानचिन्ह प्रदान करते हुए पुरस्कृत किया गया है. इस समय पुणे शहर के अपर पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे अरविंद चावरिया ने वर्ष 1990 में पुणे विश्वविद्यालय से एमए की पदवी प्राप्त करने के उपरांत एमपीएससी की परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण की और वे बेहद कम उम्र में पुलिस अधिकारी नियुक्त हुए थे. जिसके बाद उन्होंने राज्य में अलग-अलग जिलो में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम करते हुए अनेकों अपराधिक मामलों का पर्दाफाश किया. ऐसे में उनकी उपलब्धियों और अनुभव को देखते हुए भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में अरविंद चावरिया को आईपीएस का दर्जा देते हुए महाराष्ट्र कैडर बहाल किया गया था. आईपीएस अधिकारी अरविंद चावरिया इससे पहले एसआरपीएफ पुणे के कमाडेंट व हिंगोली के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके है तथा एसआरपीएफ भर्ती घोटाले में शामिल आरोपियों के खिलाफ अभियान चलाने में अरविंद चावरिया का योगदान महत्वपूर्ण रहा. वहीं ड्रग्स माफिया ललित पाटिल को ससुन अस्पताल से भागने में मदद करनेवाले दो पुलिस कर्मचारियों को आईपीएस अधिकारी चावरिया ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था. ऐसे में उन्हें बेहद अनुशासन प्रिय अधिकारी माना जाता है.
* अमरावती आकर विस्तार से होगी बात
अमरावती शहर पुलिस आयुक्त के तौर पर अरविंद चावरिया की नियुक्ति होने की जानकारी मिलने पर सबसे पहले दैनिक अमरावती मंडल ने ही बीती शाम उनसे फोन के जरिए संपर्क किया था, तो उन्होंने इस खबर पर आश्चर्य जताते हुए कहा था कि, खुद उन्हें उस समय इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, नियम से काम करना और नियम से काम करवाना उनकी ‘वर्कींग स्टाइल’ है. उनकी अब तक जहां पर पोस्टींग हुई तो उन्होंने सबसे पहले पुलिस दल को अनुशासित किया और उसके बाद अपराधियों पर लगाम कसने का काम किया. इसके साथ ही नवनियुक्त पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने यह भी कहा कि, वे मीडिया अथवा प्रेस ओरीएंटेड व्यक्ति नहीं है, अत: फोन पर अपने और अपने कामकाज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते. ऐसे में जब वे सोमवार या मंगलवार को अमरावती पहुंचकर अपना चार्ज लेंगे तो उसके बाद अमरावती के संदर्भ में बाकी क बाते विस्तार से करेंगे.
* पिता ने सीखाई आत्मनिर्भरता
आईपीएस अधिकारी अरविंद चावरिया के पिता सहकार क्षेत्र में नौकरी किया करते थे. जिनका स्वभाव बेहद कडक था और वे काफी अनुशासित भी थे. ऐसे में अरविंद चावरिया को अनुशासन वाला गुण विरासत में मिला है. खास बात यह भी थी कि, सरकारी नौकरी में रहनेवाले पिता ने अपने बच्चों को फिजूल खर्च की आदत कभी नहीं डलवाई, बल्कि उन्हें हमेशा ही मितव्ययिता का सबक सिखाया करते थे. साथ ही साथ अरविंद चावरिया के पिता ने उन्हें पहले ही साफ तौर पर कह दिया था कि, वे केवल एक बार ही प्रतियोगिता परीक्षा का खर्च उठाएंगे. जिसके बाद अरविंद को अपनी पढाई-लिखाई व परीक्षा का खर्च खुद ही उठाना होगा. ऐसे में इस बात को अरविंद चावरिया ने एक चुनौती के तौर पर लिया तथा पहले ही प्रयास में एमपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए वे पुलिस अधिकारी नियुक्त हुए. साथ ही आज पुलिस विभाग में 29 वर्षों की सेवा पूरी कर चुके अरविंद चावरिया अब आईपीएस दर्जा प्राप्त पुलिस अधिकारी है.