जिलास्तरीय शालेय जलतरण स्पर्धा में आर्यन, मंथन, तन्वी और दीप्ति ठहरी तेज जलतरण खिलाडी
फ्रीस्टाईल और मिडले में रामकृष्ण ने मारी बाजी
अमरावती/दि.21 – कोरोना काल के 2 वर्ष बाद शुरु हुई जिलास्तरीय शालेय जलतरण स्पर्धा में आर्यन, मंथन, तन्वी और दीप्ति तेज जलतरण खिलाडी साबित हुई. उनके साथ अन्य खिलाडियों ने सफलता प्राप्त की और वह विभागीय जलतरण स्पर्धा के लिए पात्र ठहरे.
हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के जलतरण तालाब पर 2 दिवसीय जलतरण स्पर्धा का उद्घाटन जिला क्रीडा अधिकारी वर्षा सालवी व हव्याप्रमं की सचिव डॉ. माधुरी चेंडके के हाथों हुआ. यह स्पर्धा 14, 17 और 19 वर्ष के आयु की युवत-युवतियों के लिए थी. मनपा और ग्रामीण गुट स्पर्धा में अलग-अलग रखे गये थे. रोमांचक मैच 14 और 17 वर्ष की आयु के जलतरण में दिखाई दी. 17 वर्ष के आयु गुट में शिवाजी बहुउद्देशीय विद्यालय दीप्ति कालमेघ नामक छात्रा 50 मीटर बटरफ्लाई में प्रथम, मदर्सपेठ इंग्लिश स्कूल की पोयोश्वनी देशमुख दूसरे स्थान पर रही. दीप्ति ने बटरफ्लाई में 100 और 200 में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. 50 मीटर फ्रीस्टाईल में अंजलि राउत, श्रावणी सपाटे प्रथम व द्बितीय स्थान पर रही. छात्रों के 17 वर्ष आयु गुट के 50 मीटर बैकस्ट्रोक में साई बाबा विद्यालय का मंथन शिवणीकर प्रथम, समर्थ हाईस्कूल का लावण्या आखाडे द्बितीय स्थान पर रहा. मंथन ने 100 और 200 फ्रीस्टाईल में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया. छात्राओं के 19 वर्ष के आयु गुट में केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय की तन्वी चव्हाण एकमात्र जलतरण खिलाडी शामिल हुई थी. उसे कोई भी स्पर्धक चुनौती देने के लिए नहीं था. इस कारण 100 मीटर बैकस्ट्रोक, 200 मीटर फ्रीस्टाइल और 200 मीटर व्यक्तिगत मिडले प्रकार में वह अव्वल रही. छात्रों के 14 वर्ष के आयु गुट में सामरा हाईस्कूल के छात्र आर्यन हिंगमीरे ने 50 मीटर बैकस्ट्रोक, 50 मीटर बटरफ्लाई और 400 मीटर फ्रीस्टाईल में प्रथम स्थान प्राप्त किया. छोटे गुट में तरणजीतसिंह राहल, संदेश बागडी विभागीय स्पर्धा के लिए पात्र रहे. 19 वर्ष की आयु गुट मेें बटरफ्लाई में रामकृष्ण क्रीडा विद्यालय का छात्र साहिल बल्लाल, सोहम अजमीरे सहित शहरी व ग्रामीण इलाकों के अन्य शाला के जलतरण खिलाडी विभागीय स्पर्धा के पात्र रहे. इस अवसर पर जलतरण प्रशिक्षक डॉ. प्रतीभा भोंडे, डॉ. योगेश निर्मल, शारीरिक शिक्षक मंगेश व्यवहारे, मयुर कुमार, सायली वानखडे, हरिश दुर्णे, श्रुतिका टाले ने नियोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.