जब तक सूरज चांद है, तब तक शिवराया का अस्तित्व रहेगा कायम
व्याख्यानमाला में वैभव म्हस्के ने रखे विचार
* अमरावती नगर वाचनालय में आयोजन
अमरावती/दि.31-छत्रपति शिवाजी महाराज के व्यक्तित्व की, उनके दूरदृष्टि के नियोजन की और उत्कृष्ट प्रबंधन ख्याति विदेशी अभ्यासकों को समझी थी. इसलिए ही जब तक सूरज-चांद है, तब तक शिवाजी महाराज का अस्तित्व कायम रहने वाला है, ऐसा अंग्रेजी लेखक विन्सेट स्मिथ ने कहा था. बचपन से ही शिवाजी महाराज के विचार प्रगल्भ थे. जिसकी सीख जिजामाता से मिली थी, किंतु राजनीतिक दृष्टि से रहने वाली प्रगल्भता शहाजी राजा से प्राप्त हुई थी, उक्ताशय के विचार प्रख्यात वक्ता प्रा.डॉ.वैभव मस्के ने रखे. स्थानीय अमरावती नगर वाचनालय मे लोकमान्य तिलक व्याख्यानमाला में पांचवा पुष्प पिरोते हुए वे बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यापीठ के आजीवन अध्ययन विस्तार विभाग के संचालक डॉ.श्रीकांत पाटिल उपस्थित थे. प्रमुख वक्ता का परिचय पूर्व सिनेट सदस्य बालासाहब यादगिरे ने कराया.
‘छत्रपति शिवाजी महाराज : विचार व व्यवस्थापन’ विषय पर व्याख्यान हुआ. मंगलवार को हुए व्याख्यान में डॉ.वैभव मस्के ने छत्रपति शिवाजी महाराज के उत्कृष्ट प्रबंधन के कई उदाहरण प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में वाचनालय के सचिव रवि पिंपलगांवकर, विष्णू सोलंके, चारूदत्त चौधरी, डॉ.प्रशांत भगत, प्रा.वैभव जिचकार, रूपाली मस्के, जगदीश सायसिकमल, डॉ.सुरेश राहाटे, एड.सुरेश चापोरकर, मुकुंद देशपांडे, राजाभाउ पिदडी आदि उपस्थित थे.