इलेक्शन ड्यूटी लगते ही किसी का ब्लड प्रेशर बढा, तो किसी की शुगर
नियुक्ति पद हाथ में आते ही कई लोगों को सताने लगी बीमारियां
* ड्यूटी रद्द कराने अब तक मिले 213 आवेदन
अमरावती /दि.24– जिले में लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी करीब 13 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों पर रहेगी. जिसके लिए जिलाधीश कार्यालय सहित विभिन्न महकमों के अधिकारियों व कर्मचारियों की चुनाव संबंधित कामों पर ड्यूटी लगाने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. परंतु इस प्रक्रिया के शुरु होते ही कई कर्मचारियों को अचानक अलग-अलग तरह की बीमारियां सताने लगी है. इलेक्शन ड्यूटी से संबंधित नियुक्ति पत्र हाथ में आते ही किसी का ब्लड प्रेशर बढ गया है, तो किसी की ब्लड शुगर बढ गई है. इसके अलावा कुछ कर्मचारियों को 6 माह पहले हुए हादसे की अब अचानक तकलीफ होने लगी है. जिसके चलते अब ऐसे कर्मचारी अपनी चुनावी ड्यूटी को रद्द करवाने के लिए मनुष्यबल विभाग के नोडल अधिकारी के पास पहुंचकर अपने आवेदन दे रहे है. ताकि उन्हें चुनावी कामकाज से छूटकारा मिल सके. हालांकि इसमें से कुछ आवेदनों में सत्यता भी है. इन सभी आवेदनों की पडताल जिलाधीश कार्यालय के अधीक्षक डॉ. नीलेश खटके द्वारा की जा रही है, जो पेशे से डॉक्टर ही है.
* इन आवेदकों पर किया जाएगा विचार
कुछ कर्मचारियों की डबल ड्यूटी लगी हुई है. कुछ शिक्षक केंद्र स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) है और कुछ शिक्षक विभाग प्रमुख भी है. जिसके चलते उनके पास महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां है. इसी दौरान एक-दो कर्मचारियों के घर पर विवाह समारोह आयोजित है और कुछ कर्मचारियों को सच में हृदयरोग सहित अन्य जटिल बीमारियां है, ऐसे सभी आवेदकों द्वारा किये गये आवेदनों पर जिला निर्वाचन विभाग द्वारा गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा.
* ड्यूटी रद्द कराने के लिए दिये गये कारण
निर्वाचन विभाग के पास प्राप्त आवेदनों में उच्च रक्तदाब, मधुमेह, हृदयरोग, अपना अथवा परिवार में किसी का विवाह, 4-5 माह पहले हुए हादसे की वजह से होने वाला दर्द, घर में किसी बुजुर्ग या बच्चे की बीमारी, डबल ड्यूटी व विभाग प्रमुख पद का जिम्मा जैसे कारणों को दर्शाते हुए चुनावी ड्यूटी रद्द करने का निवेदन किया गया है. इसके अलावा कुछ कर्मचारियों कीचुनावी ड्यूटी रद्द करवाने हेतु बडे अधिकारियों के जरिए फोन करवाते हुए भी दबाव डाले जाने की जानकारी सामने आयी है.
* निर्वाचन प्रक्रिया के लिए 12825 कर्मचारी आवश्यक
जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र में 2672 मतदान केंद्र है तथा प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक केंद्राध्यक्ष व 3 कर्मचारी ऐसे 4 लोगों का पथक रहना आवश्यक है. जिसके चलते 10,668 कर्मचारी व 10 फीसद आरक्षित कर्मचारी ऐसे 12825 कर्मचारियों की जरुरत पडनी है. जिसके लिए मनुष्यबल का नियोजन करते हुए उन्हें मतदान प्रक्रिया के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
* इलेक्शन ड्यूटी रद्द करवाने हेतु कई आवेदन प्राप्त हुए है. जिनमें आवेदकों द्वारा विविध कारण दर्शाये गये है. सभी आवदनों की पडताल की जा रही है और सच में वैद्यकीय कारण रहने वाले लोगों के ही आवेदनों पर विचार किया जाएगा. प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रक्रिया में कर्तव्य की भावना बेहद महत्वपूर्ण होती है.
– डॉ. नीलेश खटके,
अधीक्षक, जिलाधीश कार्यालय.