अमरावती

अनलॉक होते ही 150 बसेस अमरावती डिपो से रवाना

मध्यवर्ती बस डिपो में अब होने लगी यात्रियों की भीड

  • जिला अंतर्गत बस सेवा को मिल रहा प्रतिसाद

अमरावती/दि.8 – राज्य सरकार के आदेश से तीसरे चरण में स्थित अमरावती जिले में अनलॉक की प्रक्रिया पर अमल किया गया. अनलॉक के साथ मिली छूट के कारण कई सेवाएं भी क्रियाशिल हुई है. कल सोमवार को अमरावती मध्यवर्ती बस डिपो से फिर एक बार बस सेवा पूर्ववत हुई और एसटी महामंडल की 150 बसेस गंतव्य के लिए रवाना हुई है. एक सप्ताह पहले तक एसटी डिपो से केवल अत्यावश्यक सेवा के लिए एसटी बसेस छोडी जा रही थी, लेकिन अब जिला अंतर्गत बस सेवा आरंभ हुई है. अमरावती बस स्थानक से कल सोमवार को नागपुर, अकोट, अकोला, यवतमाल, चंद्रपुर, हिंगणघाट के लिए कई बसेस रवाना हुई है. आगामी एक से दो दिनों में जिला अंतर्गत औरंगाबाद, बीड, जलगांव, लातूर, नांदेड के लिए भी अमरावती बस डिपो से लालपरी रवाना होने की तैयारी पूर्ण हो चुकी है. साथ ही एसटी बसेस शुरु हो जाने से रविवार तक सन्नाटे में डूबे बस डिपो परिसर में अब लोगों की चहल पहल बढने लगी है.
जिले में जारी लॉकडाउन व संचारबंदी आदेश के चलते एसटी महामंडल की बस सेवा को अत्यावश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों के लिए शुरु किया था. हालांकि कुछ नागरिक भी इन बसों से यात्रा कर रहे थे, लेकिन उन्हें भी पूर्व अनुमति लेना जरुरी था. इस कारण एसटी बसों से यात्रा करने वालों की संख्या परसों तक सीमित रही थी. रविवार तक एसटी महामंडल की 96 बसेस विविध मार्गों पर दौडी, लेकिन कल सोमवार को सबकुछ खुलते ही महामंडल की 150 बसेस विविध मार्गों पर दौडी. जिला अंतर्गत अब तक परतवाडा, अचलपुर, मोर्शी, वरुड, चांदूर रेलवे, चांदूर बाजार, धामणगांव रेलवे जैसे क्षेत्र के लिए बसेस चलाई जा रही थी, लेकिन सोमवार को यात्रियों की मांग पर बसों की संख्या बढाई. जहां एक ओर यात्रा का मुख्य साधन ट्रेने व निजी बस की सेवाएं पिछले कई माह से बंद है. इस कारण यात्रियों के लिए अब किसी भी गांव अथवा जिले तक पहुंचने के लिए निजी वाहन के अलावा सरकारी यात्री सेवा में एकमात्र एसटी महामंडल की बसेस साधन रहने से अब अधिकांश यात्री एसटी बसों को प्राथमिकता दे रहे है. कल सोमवार से भले ही बस सेवा नियमित रुप से शुरु हुई है, लेकिन कोरोना का ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी प्रकोप कम नहीं हुआ है. इस कारण ग्रामीण क्षेत्र के कई गांवों में फिलहाल एसटी बसों को स्टॉपेज नहीं दिया जाएगा. विभागीय नियंत्रक श्रीकांत गभने के अनुसार एसटी महामंडल के डिपो में अनलॉक के साथ यात्रियों की संख्या भी बढी है. कई मार्गों पर महामंडल की बस सेवा बंद की गई थी, लेकिन कल सोमवार को कई मार्गों पर बस सेवा शुरु की गई. आने वाले दिनों में यात्रियों की मांग के अनुसार अब बसेस की संख्या भी बढाई जाएगी.

कल 1800 बसेस दौडी राज्य में

मुंबई – राज्य में कोरोना की दूसरी लहर पर अंकुश लगाने के लिए जारी किया गया लॉकडाउन कल सोमवार से शिथिल किया गया. शाम 5 बजे तक अनलॉक के पहले ही दिन 1800 एसटी बसेस सडकों पर दौडी, इस तरह की जानकारी अधिकारियों ने दी है.
‘ब्रेक दी चेन’ अनुसार लॉकडाउन 7 जून से शिथिल किया गया है. जिससे कुछ महिनों से बंद रहने वाली एसटी की सेवा पूरी क्षमता से राज्यभर में शुरु की गई. मुंबई में लोकल, बेस्ट बस, मेट्रो, मोनो यह सार्वजनिक यातायात के साधन है. किंतु ग्रामीण क्षेत्र में राज्य के कोने में एसटी के बगैर अन्य पर्याय नहीं है. दो महिने से ठप्प हुई एसटी सेवा शुरु हो जाने से ग्रामीण जनता को तथा मुंबई से दूसरे जिले में जाने वाली जनता को भी राहत मिली है. राज्य सरकार के सोशल डिस्टेसिंग नियमों का पालन एसटी से होता है. सर्वसामान्यों के लिए एसटी सेवा शुरु हुई. फिर भी सालभर में अत्यावश्यक सेवा के लिए एसटी कर्मचारी कर्तव्य पर थे. इस बीच एसटी की यातायात पूरी तरह से बंद रहने से एसटी की आर्थिक घडी बिगड चुकी है. यात्री संख्या बढ जाने के बाद यह स्थिति नियंत्रण में आयेगी, इस तरह का विश्वास कर्मचारियों ने व्यक्त किया है. कोरोना काल में 600 से अधिक कर्मचारी कोरोना के चलते मृत होने की बात सूत्रों ने कही.

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