अमरावती/दि.07– किसी समय 125 से 150 रुपए प्रतिकिलो की दर पर पहुंच जाने की वजह से लोगबाग टमाटर खरीदने से बच रहे थे और भारतीय थालियों से टमाटर गायब हो गया था. परंतु अब जैसे ही टमाटर के दाम घटकर पूर्ववत हुए, वैसे ही टमाटर एक बार फिर भारतीय थालियों में दिखने लगा है और सलाद में सजने लगा है. इसके साथ ही सरकार द्बारा घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में की गई कमी के चलते हुए रसोई घर के बजट में थोडी कमी आयी है. जिसकी वजह से आम गृहणियों को काफी हद तक राहत मिली है.
उल्लेखनीय है कि, अगस्त माह के दौरान टमाटर के दाम 100 रुपए के स्तर को पार करते हुए 150 रुपए प्रतिकिलो के स्तर पर जा पहुंचे थे. जो अब घटकर 30-35 रुपए प्रतिकिलो के दर तक आ गए है. यानि टमाटर के दामों में करीब 62 से 65 फीसद की कमी आयी है. जिसके चलते भोजन की थाली पहले की तुलना में काफी हद तक सस्ती पडने लगी है. वहीं भोजन तैयार करने में इंधन का योगदान 8 से 14 फीसद के आसपास होता है. इस खर्च में सितंबर माह के दौरान 18 फीसद की कमी आयी है. क्योंकि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 1103 रुपए से घटकर 903 रुपए हो गए है. इस वजह से भी अब भोजन की थाली पहले की तुलना में सस्ती पडने लगी है.
* अब प्याज रुलाएगा
गत वर्ष की तुलना में जारी वर्ष के सितंबर माह दौरान प्याज के दाम 12 फीसद से अधिक रहे. आगे भी यहीं दरें कायम रहने की पूरी उम्मीद है. क्योंकि इस बार खरीफ के सीजन में प्याज का उत्पादन कम रहने की संभावना बनी हुई है. ऐसे में कयास लगाए जा रहा है कि, इस वर्ष दशहरा व दीपावली के पर्व पर प्याज आम लोगों को जमकर रुला सकता है.