हड़ताल खत्म होते ही बस स्थानको पर बढ गई भीड
जिले में रोजाना 68 हजार यात्री कर रहे लालपरी से सफर
* महामंडल को दुबारा हो रही लाखों रूपयों की आय
अमरावती/ दि. 21– एसटी के इतिहास में अब तक की सबसे लंबी चली हडताल 22 अप्रैल को खत्म हो गई है और एसटी बसें फिर से रफ्तार पकडने लगी है. हडताल के बाद जिले के कुल 8 डिपो से एसटी बसे 1400 फेरियां लगा रही है. इन फेरियों के माध्यम से रोज 1 लाख 8 हजार किमी तक की एसटी बसें दौड रही है. जिसमें महामंडल को प्रतिदिन 35 लाख रूपये की आय हो रही है.
बता दें कि, दिवाली के दौरान अपनी विविध मांगों को लेकर एसटी महामंडल के राज्यभर के कर्मचारी हडताल पर चले गये थे. एसटी बसों की हडताल के कारण जहां एक ओर यात्रियों का सफर प्रभावित हुआ है. वहीं दूसरी ओर एसटी महामंडल की अर्थव्यवस्था भी पूरी तरह से चरमरा गई थी. लेकिन 1 अप्रैल के बाद एसटी कर्मचारियों के संगठनों में फूट पडने के कारण धीरे-धीरे कर्मचारी ड्यूटी पर आने लगे है और न्यायालय के निर्णय के बाद 22 अप्रैल से सभी एसटी कर्मचारी नियमित रूप से सेवारत हो गये है. अप्रैल से 17 मई तक अमरावती विभागीय एसटी नियंत्रण कार्यालय अंतर्गत आनेवाले 8 डिपो से एसटी बसों ने 36 लाख 46 हजार किमी का सफर पूर्ण किया है और इन 17 दिनों में महामंडल को 11 करोड 67 लाख की आय हुई है. इन 17 दिनों में महामंडल को 11 करोड 67 लाख की आय हुई है. इन 17 दिनों में कुल 20 लाख 50 हजार यात्रियों ने लालपरी से सफर किया.
मंगलवार को 8 डिपो से सफर करनेवाले यात्री
डिपो यात्री संख्या
अमरावती 8000
बडनेरा 4800
परतवाडा 10290
वरूड 7269
चांदुर रेलवे 8681
दर्यापुर 11675
मोर्शी 9200
चांदुर बाजार 8532
कुल 68430
* कार्गो बस सेवा को नहीं मिल रहा प्रतिसाद
एसटी महामंडल की पुरानी बसों को ट्रांसपोर्ट बस में परिवर्तित कर अमरावती विभागीय एसटी महामंडल ने कार्गो बससेवा शुरू की. इन कार्गो बसों से शासकीय व निजी ढुलाई की जाती है. जिले में 17 कार्गो बस चलाई जाती है. लेकिन इसे अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिल रहा है. अप्रैल 2022 से 17 मई तक इन 17 कार्गो बसों में मात्र 8 हजार 431 किलोमीटर का सफर किया और इस माध्यम से एसटी महामंडल को मात्र 4 लाख 45 हजार रूपये का उत्पन्न मिला है.