अमरावती

उल्टी और बुखार शुरु होते ही डॉक्टर की सलाह ले

अमरावती/दि.26 – बारिश का मौसम शुरु होते ही डेंग्यू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे किटकजन्य बीमारियों का प्रमाण बढ जाता है. ऐसे में समय रहते उपाय योजना करना बेहद जरुरी है. इसके चलते उल्टी, बुखार व जी मचलाने की शिकायत शुरु होते ही इसकी ओर अनदेखी करने की बजाय डॉक्टर को दिखाना बेहद जरुरी होता है. स्वास्थ्य विभाग द्बारा भी ऐसी बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय किटकजन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत विभिन्न उपाय योजनाएं चलाई जा रही है.

* डेंग्यू के लक्षण
अचानक बुखार आना, तीव्र सिरदर्द होना, जोडों का दर्द होना, शरीर पर फुन्सियां आना, भूख कम होना, उल्टीयां होना, आंखें दुखना जैसे लक्षणों को डेंग्यू की बीमारी के लक्षण माना जा सकता है.

* एक माह में 8 मरीज
जिले में 1 से 23 जून के दौरान डेंग्यू संदेहित 27 मरीजों के ब्लड सैंपलों की जांच की गई. जिसमें से 8 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी.
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* कौन सी सतर्कता जरुरी
सभी लोगों ने बारिश के मौसम दौरान सप्ताह में एक दिन पूरी तरह से सूखे का पालन करना चाहिए. जिसके तहत घर में पानी जमा रखने वाले सभी तरह के बर्तनों को पूरी तरह से खाली करते हुए सूखा देना चाहिए और घर के आंगन अथवा किसी भी पूराने टायर जैसे सामान में पानी जमा है, तो उसे उलट देना चाहिए. ताकि मच्छरों की पैदावार को खत्म किया जा सके.
– सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करना चाहिए और पूरे शरीर को ढांकने वाले कपडे पहनने चाहिए. ताकि मच्छर न काट सके.

* बारिश में सबसे बडा खतरा
किटकजन्य बीमारियों का खतरा बारिश में सबसे अधिक होता है. जगह-जगह पर होने वाले जलजमाव में मच्छरों की पैदावार होती है और इन्हीं मच्छरों द्बारा डेंग्यू, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां ंफैलती है.

* किटकजन्य बीमारियों को रोकने हेतु मलेरिया विभाग द्बारा आवश्यक जनजागृति की जाती है. जिस जगह पर पानी जमा होता है, वहां पर गप्पी मछलियां छोडने के साथ ही अन्य उपाय योजनाओं पर अमल करना शुरु किया गया है.
– डॉ. शरद जोगी,
जिला मलेरिया अधिकारी

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