अमरावती

आशासेविकाओं को दिया जायेगा रैपीड एंटीजन टेस्ट का प्रशिक्षण

2098 स्वयंसेविकाओं को किया जायेगा प्रशिक्षित

अमरावती/दि.1 – जिले में कोविड संक्रमण के प्रभाव एवं संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए जिले की सभी आशा स्वयंसेविकाओं को रैपीड एंटीजन टेस्ट का प्रशिक्षण देने के साथ ही व्यक्तिगत सुरक्षा कीट उपलब्ध करायी जायेगी. इस हेतु जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा के मार्गदर्शन में तैयारी शुरू की गई है.
ज्ञात रहें कि, ग्रामीण क्षेत्रों में आशा स्वयंसेविकाओं को स्वास्थ्य विभाग का सबसे मजबूत स्तंभ माना जाता है. जिले में इस समय 2 हजार 89 आशा स्वयंसेविकाएं कार्यरत है. जिनके जरिये गत वर्ष जिले में ‘मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी’ अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया था. जिसके तहत लोगों की प्राथमिक स्वास्थ्य जांच का कार्य व्यापक स्तर पर किया गया था. ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वायरस का प्रसार रोकने हेतु बडे पैमाने पर कोविड टेस्ट करने के साथ-साथ कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीनेशन करना बेहद आवश्यक है. इस बात के मद्देनजर आशासेविकाओं को रैपीड एंटीजन टेस्ट का प्रशिक्षण एवं कोरोना से बचाव हेतु व्यक्तिगत सुरक्षा कीट उपलब्ध कराया जाना है. जिन गांवों में कोविड संक्रमित मरीज बडे पैमाने पर पाये जा रहे है, उन गांवों में ग्रामसेवक, सरपंच व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं के लिए गांव स्तर पर गठित की गई ग्राम दक्षता समिती की सहायता से विशेष जांच शिबिर व टीकाकरण शिबिर का आयोजन किया जायेगा. उक्ताशय की जानकारी देने के साथ ही जिप सीईओ अविश्यांत पांडा ने कहा कि, जिले के सभी गांवों को कोविड मुक्त रखने का युध्दस्तर पर प्रयास किया जाना चाहिए. साथ ही सर्दी-खांसी व बुखार जैसी बीमारियों के लक्षण रहनेवाले नागरिकों की खोज करते हुए उनकी तत्काल स्वास्थ्य जांच की जानी चाहिए. जिन नागरिकों की कोविड टेस्ट की जा चुकी है और जिनकी रिपोर्ट पॉजीटीव आयी है, ऐसे लोगों की जानकारी आशा सेविकाओं द्वारा तुरंत अपने नजदिकी स्वास्थ्य केंद्र को दी जानी चाहिए. ऐसा भी जिप सीईओ अविश्यांत पांडा द्वारा कहा गया है.

  • ग्रामीण क्षेत्र में कोविड संक्रमण के लगातार बढते प्रभाव को रोकने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक उपाय योजनाएं की जा रही है. इसके ही तहत आगामी कुछ दिनों में आशा सेविकाओं को रैपीड एंटीजन टेस्ट करने का प्रशिक्षण देने को लेकर सीईओ के मार्गदर्शन में नियोजन किया जा रहा है.
    – डॉ. दिलीप रणमले
    जिप स्वास्थ्य अधिकारी

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