अमरावती

आशा वर्कर्स ने ली हडताल वापस

कृती समिती को दिया सरकार ने मांगे पुरी करने का आश्वासन

जिले की सर्व आशा वर्कर्स व गटप्रवर्तक में खुशी की लहर
अमरावती/दि.9– सभी आशा वर्कर्स व गटप्रवर्तक की कृति समिति के साथ आज बैठक संपन्न हुई. जिसके पस्चात सरकार ने कृती समिती की सभी मांगो को पुरा करने के आश्वासन के बाद कई दिनों से जारी हडताल को वापस ले लिया गया है.
राज्य में 18 अक्टुबर से 72 हजार आशा वर्कर व गटप्रवर्तको ने विभिन्न मांगो को लेकर बेमुदत हडताल पर चले गए थे. अनेक जिलों में भूख हडताल, जेल भरो आंदोलन शुरू थे. इस बीच स्वास्थ मंत्री तानाजी सावंत, विधानसभा उपसभापती नरहरी झिरवाल, मुख्यमंत्री एकनाथरावजी शिंदे के साथ समय-समय पर चर्चा हुई. जिसके चलते 8 नवंबर को अप्पर मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसेकर के पास सांसद हेमंत आप्पा गोडसे उपस्थित थे. चर्चा के बाद सभी प्रमुख मांगो को मान्य करने के बाद चल रही बेमुदत हडताल वापस लेने का निर्णय कृती समिती ने दिवाली पूर्व हुई बैठक के दौरान लिया. बैठक के दौरान मांगो को मान्य करने पर आशा व गटप्रवर्तकों ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथजी शिंदे, स्वास्थ मंत्री तानाजी सावंत उपसभापतीनरहरी झिरवाळ साहेब, खासदार हेमंत गोडसे साहेब, अप्पर मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसेकर ने सकारात्मक निर्णय लेकर समाधान निकालने पर आभार व्यक्त किया. ऐसी जानकारी सीटू के शहराध्यक्ष सुभाष पांडे ने दी.

* मानधन वृध्दी का प्रस्ताव मंजुर
गटप्रवर्तकों को ठेका पद्धती में दर्जा देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को सिफारीस भेजी गी है. मुख्यमंत्री ने आदेशित करने के अनुसार गटप्रवर्तकों को दस हजार व आशा वर्करों को 7000 रुपये बढाने का प्रस्ताव मंजुरी के लिए सादर किया है. जिसके चलते कृती समिती ने अपनी हडताल वापस लेने का आवाहन किया गया.

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