अमरावती/दि.5 – स्वास्थ्य यंत्रणा व सामान्य नागरिकों के लिये महत्वपूर्ण रहने वाली आशा वर्कर्स को मानधन में बढ़ोत्तरी नहीं दी गई है. विशेष प्रोत्साहन भत्ते से भी उन्हें वंचित रखा गया है. इस कारण कोरोना संक्रमण के समय जान की परवाह किये बगैर काम करने वाली आशा वर्कर्स में असंतोष निर्माण हुआ है. उनके मानधन में बढ़ोत्तरी व भत्ता न मिलने से फिर से सीटू प्रणित आशा वर्कर व गट प्रवर्तक संगठना व्दारा आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
आशा वर्कर्स के मानधन में 17 जुलाई 2020 को दो हजार रुपए की बढ़ोत्तरी की गई. लेकिन बहूसंख्य महापालिका व्दारा वह नहीं दी गई. जिन पालिकाओं व्दारा दी गई, उनमें भी चार सौ रुपए कम दिये गये. तो कुछ स्थानों पर नवंबर के पश्चात नहीं दिये गये. हर रोज दिया जाने वाला 300 रुपए विशेष भत्ता व कोरोना काल के एक हजार रुपए प्रोत्साहन पर भत्ता अधिकांश स्थानों पर नहीं दिया गया. वहीं मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी योजना के 150 रुपए भी बकाया है. आपदाग्रस्त स्थिति में आशा स्वयंसेविका व्दारा हर रोज आठ से दस घंटे काम करवाये जाने के बाद मोबदला देते समय असंवेदनशीलता बरती जाती है. इस कारण आशा वर्कर्स में नाराजी व असंतोष निर्माण हुआ है.
आशा वर्कर्स की यह समस्या प्रशासन व्दारा तुरंत हल करने व उन्हें सेवा में उपस्थित करवाने की मांग की गई है. ये मांगें पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी सीटू संगठना के आशा वर्कर्स व गट प्रवर्तक संगठना के अध्यक्ष आनंदी अवघडे,कॉ.सलीम पटेल, कॉ.सुभाष पांडे, वंदना बुरांडे व्दारा दी गई है.