अमरावती/दि. 20- स्थानीय विदर्भ के लाखों सुदर्शन समाज बंधुओें की कुलदेवी के एकमात्र 300 साल पुराने प्राचीन आदिशक्ति मंदिर संस्थान में सुदर्शन समाज बंधुओं द्बारा आषाढी महोत्सव मनाया गया. सर्वप्रथम प्राचीन परंपरा के अनुसार महंत के हाथों कुलदेवी की प्रतिमा को स्नान करवाकर सिंदूर चढाया गया और पुष्पमाला अर्पित की गई. इस अवसर पर समाज बंधुओं ने माता का स्मरण करते हुए दर्शन किए.
मंदिर संस्थान में दर्शन और मन्नत मांगने के पश्चात सैकडों भाविक भक्त कुलदेवी माता आदिशक्ति का जयघोष व नामस्मरण करते हुए जूनाबायपास रोड स्थित देवस्थान से पूर्व में आशियाना क्लब होते हुए नया बायपास द्बारा वडरपुरा से फ्रेजरपुरा चौक तथा यहां से मंदिर संस्थान इस प्रकार से संपूर्ण पर्वत टेकडी परिसर की परिक्रमा की. प्राचीन समय से इस परिसर के कणकण में माता का निवास है. यह मानकर सभी भाविक भक्त परिसर की परिक्रमा करते है. प्राचीन परंपराओं और मान्यता के अनुसार आदिशक्ति देवस्थान में समस्त विदर्भ के समाजबंधु अपने घर परिवार में किसी भी शुभ या मंगल कार्य के पहले देवस्थान में सहपरिवार आते है और दर्शन और पूजन परिक्रमा करते है और मन्नत भी मांगते है. उसके पश्चात महाप्रसाद का भी आयोजन किया जाता है. इस प्राचीन मंदिर में हजारों की संख्या में दूर -दूर से भक्तगण आते है. जिसकी शुरूआत आषाढ माह के पहले दिन से होती है.
इस साल भी आषाढी महोत्सव मेें उपस्थित भाविक भक्तों द्बारा आदिशक्ति माता की आरती के पश्चात उपस्थितों को प्रसाद वितरण किया गया. इस समय रतन पासरे, रूपलाल कनोजे, रामदास महतो, अशोक पासरे, अजय कनोजे, बबलू इमले, विनोद पछेल, रामू इमले, रोहित पछेल, इंद्रपाल समूंद, किसन काले, दुर्गेश मोगरे, जगदीश पछेल, निलेश कनोजे, आदर्श उसरे, पवन पासरे, अमित उसरे, राकेश पछेल, सुमित उसरे, नरेश धवसेल, सुरेश धवसेल, संजय पासरे, गणेश पासरे, मनोज पासरे, रामुश केशव पछेल, गोलू पछेल, आदर्श उसरे, अजय पछेल, मयूर पछेल,े संजु शेंदरे, रितिक पछेल, आकाश समुदे्रे, मुकेश मार्वे, गौरव इमले, अंकित पासरे, ललित कनोजे, बीन कनोजे, लक्ष्य पासरे, तुषार पासरे, केदार इमले, आदित्य पासरे उपस्थित थे.