जनता व महावितरण के बीच सेतु बने आशिष ठाकरे
देर रात जागकर कर रहे समन्वय

अमरावती / दि. 27– स्थानीय लक्ष्मी नगर की बिजली वितरण केंद्र के अंतर्गत आनेवाले सहकार नगर, विलास नगर, सिध्दी विनायक कॉलोनी, कृष्णा नगर आदि परिसरो में विगत 5 दिनो से बिजली की आंख मीचोली शुरु है. रात-रात तक बिजली गुल रहती है, जिससे जनता बेहद परेशान है. महावितरण व्दारा जारी किए गए मोबाइल नंबर से भी संपर्क नही हो पाता. ऐसे में शिवसेना के शहरप्रमुख आशिष ठाकरे जनता व महावितरण के बीच सेतू बनकर समन्वय साध रहे है.
बता दे की सहकार नगर, लक्ष्मी नगर, भिवापुरकर नगर, सरस्वती नगर, विलास नगर, छत्रसाल कॉलोनी, सिध्दी विनायक कॉलोनी, महेंद्र कॉलोनी, मणिपुर लेआउट, प्रवीण नगर, शोभा नगर, संतोषी नगर, छत्रसाल नगर, गाडगे नगर परिसर में 5 दिनो से बार-बार बिजली आपूर्ति खंडित हो रही है. मामुली बारिश व हवा आने से बिजली गुल हो जाती है. महावितरण से संपर्क करने पर प्रतिसाद नहीं मिलता. कभी कभार अगर संपर्क हुआ भी तो तरह-तरह के बहाने बनाए जाते है. ऐसे में देर रात नागरिक संपर्क करे भी तो किससे. केंद्र पर रखा गया मोबाइल डायवर्ट मोडकर डाल दिया जाता है. ऐसी समस्या के दौरान शिवसेना शहर प्रमुख आशिष ठाकरे जनता के बीच समन्वय साध रहे है. समय-समय पर महावितरण के अधिकारियो से संपर्क कर समस्या का निवारण करने में जुटे है. शनिवार की रात प्रवीण नगर मार्ग पर एक ट्रान्सफार्मर में विस्फोट होने से बिजली आपूर्ति खंडित हो गई थी. ठाकरे ने तत्काल महावितरण के अधिकारियो से संपर्क किया. देर रात मरम्मत के बाद बिजली आपूर्ति सुचारु हुई. दो दिनो पूर्व रात 1 बजे सेे दूसरे दिन सुबह 11 बजे तक बिजली आपूर्ति खंडित रही. जिससे नागरिको में महावितरण के प्रति खासा रोष देखा गया था. लेकिन महावितरण विभाग में मेन्टनंस की कमी है. करीब तीन इलाको के सबस्टेशन से इन परिसरो को बिजली आपूर्ति होती है. कभी कभार लालखडी जैसे परिसर में तकनीकी खामी आने से कई इलाको की बत्ती गुल हो जाती है. नये ट्रान्सफार्मर लगाना जरुरी है. समय-समय पर पेडो की टहनियां काटने के साथ ही वायर नये लगाने की भी जरुरत है. विलास नगर जैसे परिसरो के ट्रान्सफार्मर कई वर्षो से बदले नहीं गए. ऐसे में जनप्रतिनिधियो को भी इस ओर ध्यान देने की जरुरत है.
* बच्चे व बुजुर्गो को परेशानी
विलास नगर सहित अन्य इलाको की बिजली आपूर्ति बार-बार खंडित हो जाती है. सहायता के लिए गए नंबरो से प्रतिसाद नही मिलता. देर रात बिजली गुल होने पर नागरिक कई बार मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास करते है, लेकिन केंद्र से प्रतिसाद नहीं मिल पाता. ऐसे में बिजली आपूर्ति खंडित होने से बच्चो व बुजुर्गो को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है. इन परिसरो के उद्योग, व्यवसाय, दुकानों पर भी बुरा प्रभाव पड रहा है.