अमरावती

राज्य में आश्रमशाला शुरु, आदिवासी विद्यार्थियों को दूध वितरण नहीं!

आपूर्तिदार के साथ मार्च 2022 तक करार

अमरावती/दि.10– आदिवासी विकास विभाग की 1 दिसंबर से शासकीय, निजी निवासी आश्रमशालाएं शुरु हुई है. मात्र गत 10 दिनों से विद्यार्थियों को दूध वितरित नहीं किया गया. दूध आपूर्ति करने वाली एजन्सी का करारनामा 2019 से मार्च 2022 इस कालावधि में रहते हुए भी नाशिक के मुख्यालय से अब तक आपूर्तिदारों को दूध वितरण करने के आदेश नहीं दिए गए. जिसके चलते आश्रमशाला शुरु होने के बाद भी आदिवासी विद्यार्थी दूध से वंचित है.
मार्च 2020 में कोरोना का आगमन हुआ. तब से ट्रायबल की आश्रमशाला बंद है. बीच में कोरोना का संसर्ग कम होने के बाद नियमावली का पालन कर आश्रमशाला शुरु करने के निर्देश दिए गए. मात्र ऑनलाईन शिक्षा नियमित रुप से विद्यार्थी ग्रहण कर रहे थे. अब राज्य शासन ने 1 दिसंबर से स्कूल, आश्रम शाला शुरु करने का निर्णय लिया है. विशेष रुप से निवासी आश्रमशाला भी शुरु की गई है. आश्रमशाला शुरु होकर 10 दिन बीत गए, लेकिन आदिवासी विद्यार्थियों को दूध नहीं मिल रहा है. आश्रमशालाओं के शिक्षकों को वरिष्ठों से दूध वितरण बाबत किसी भी प्रकार का आदेश नहीं, इस कारण दूध की आपूर्ति कैसे की जाए, ऐसा प्रश्न उपस्थित हो रहा है. आपूर्तिदारों को आश्रमशालाओं में दूध आपूर्ति करने का करारनामा मार्च 2022 में संपुष्ट में आ रहा है. फिर भी नाशिक के ओआदिवासी विकास आयुक्त को विद्यार्थियों को दूध वितरित करने बाबत का आदेश निर्गमित नहीं किया, ऐसा चित्र है. अमरावती संभाग के सात प्रकल्प कार्यालयों के अधीनस्थ 82 शासकीय आश्रमशालाओं में 23274 विद्यार्थी है. दूध आपूर्तिदारों को नये से आदेश कब, इस बाबत आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त हिरालाल सोनवणे से संपर्क किए जाने पर वे उपलब्ध नहीं हो सके.

अमरावती विभाग की शासकीय आश्रमशाला

प्रकल्प स्कूलों की संख्या विद्यार्थी
धारणी 20 7429
पांढरकवडा 18 1952
पुसद 07 1775
अकोला 08 2280
किनवट 16 5735
कलमनुरी 05 1883
औरंगाबाद 08 2220

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