सातपुडा पर्वत श्रृंखला में विराजमान है अष्टभुजाधारी गणेश
आज गणेश चतुर्थी पर रहेगी गणेश भक्तों की भीड
अमरावती/ दि.7– जिले में भक्तों की इच्छापूर्ति करनेवाले श्री गणेश के शक्ति स्थल है. जिसमें सातपुडा पर्वत श्रृंखला में सिध्दक्षेत्र बहिरम का अष्टभुज महागणपति, बोराला स्थित स्वयंभु गणपति का समावेश है. चांदुरबाजार तहसील अंतर्गत आनेवाले श्री क्षेत्र बहिरम सातपुडा पर्वत के शिखर पर अष्टभुजाधारी गणपति विराजमान है. इस महा गणपति की मूर्ति अखंड पाषाण से बनाई गई है. इस मूर्ति की उंचाई 7 फीट है और महान तपस्वी राजयोगी भावसिंग राजा के कालखंड की है. इस मूर्ति के आजूबाजू रिध्दी सिध्दी विराजमान है. श्री गणेश की अखंड पाषाण से कोरकर बनाई गई सुंदर प्राचीन मूर्ति भाविकों सहित पर्यटकों का भी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है.
नृत्य गणराज की रचना वाली यह मूर्ति दक्षिण भारत में पूजी जाती है. इस मूर्ति और इसकी उपासना यादवकाल से महाराष्ट्र में आयी है. मूर्ति शास्त्रनुसार शेंदुरवर्ण और 8 भुजाओं वाली नृत्य मुद्रा में खडी हाथाेंं में पाश, अंकुश, अनुप, परशु, दत्त, वलय तथा अंगूठी इस प्रकार से सातों हाथों में वस्तुएं है. आठवां हाथ नृत्यार्थ रिक्त है. वहीं दर्यापुर तहसील अंतर्गत अंजनगांव शहर को लगकर बोराला में श्रीगणेश की मूर्ति सैकडों वर्ष पुरानी है. डेढ सौ वर्ष पहले नित्यानंद महाराज ने उन्हें हुए दृष्टांत के बाद जगह का उत्खलन करवाया. तब यह मूर्ति पायी गई थी. मूर्ति की विधिवत स्थापना की गई . आज गणेश चतुर्थी से दस दिन तक गणेश भक्तों की यहां भारी भीड रहेगी.