श्री अनंत मंडल में विराजेंगे ‘अष्टादशभुज’ गणेश
बाप्पा के आगमन की तैयारियां जोरो शोरो से
अमरावती/दि.6– स्थानीय बुधवारा रोड पर स्थित श्री अनंत सार्वजनिक गणेश मंडल द्बारा पिछले सात वर्षो से शहरवासियों को विदर्भ के अष्टविनायक के दर्शन करवाये जा रहे है. इस साल रामटेक के ‘अष्टादशभुज’ गणेश की प्रतिकृति साकार की जायेगी. साल 2017 में कलंब के अष्टविनायक, साल 2018 में नागपुर के टेकडी गणेश, साल 2019 में आदासा स्थित श्री शमी विघ्नेश, साल 2020 में केलझर के सिध्दविनायक , साल 2021 में पौनी स्थित पंचमुखी (सर्वतोभद्र), साल 2022 मेें मेंढा स्थित भृशुंड गणेश, साल 2023 में भद्रावती स्थित वरद विनायक गणपति की प्रतिकृति साकार की गई थी.
इस साल रामटेक के प्रसिध्द अष्टादशभुज श्री गणेश की स्थापना मंडल द्बारा की जायेगी. रामटेक गड परिसर में अष्टादशभुज गणेश का मंदिर 500 वर्ष पुरातन है. शैवल्य पर्वत यानी शम्बुक ऋषि का आश्रम र्है. यहां अष्टादशभुज गणेश की 5 फीट उंची संगमरमर की अति प्राचीन मूर्ति है. जिसके 16 हाथ है. इन हाथों में अंकुश, पाश, खटवांग, त्रिशूल, परशु मोदक, मोरपंख सहित विविध शस्त्र है. सिर पर नाग और कमर में नागपट्टा है. दायी और बायी बाजू रिध्दी सिध्दी है. शास्त्रपुराण में विघ्नेश्वर नाम से इस मूर्ति का पूजन होता है. शहरवासी अष्टादशभुज श्री गणेश के दर्शन का लाभ ले, ऐसा आवाहन मंडल की ओर से किया गया है.