* 252 करोड मुद्रांक शुल्क जमा
अमरावती/दि.25– जिले में गत वर्ष की तुलना में पंजीकृत संपत्ति की संख्या में 20 प्रतिशत बढोतरी हुई है. 10 माह में ही 55,275 संपत्ति बढ गई है. स्वाभाविक रुप से शासन का राजस्व बढा है. सहायक दुय्यम निबंधक अनिल औतकर ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में ही 3 और तहसील कार्यालय में 1 रजीस्ट्रार उपलब्ध है.
* तहसील मुख्यालयों का विस्तार
तहसील मुख्यालयों का तेजी से विस्तार हो रहा है. जगह-जगह नए घर, बस्तियों का निर्माण हो रहा है. पिछले वर्ष 45 हजार मालमत्ता दर्ज की गई थी. इस बार यह आंकडा 55 हजार को पार कर गया है. कोरोना महामारी पश्चात संपत्ति खरीदीदारों की संख्या बढी है. प्लॉट, डुप्लेक्स, रो हाउस, फ्लैट की खरीदी अधिक प्रमाण में हो रही है. उसी प्रकार निवेशक भी संपत्तियों की खरीददारी कर रहे हैं. जिससे शहर और जिले के रजिस्ट्रार दफ्तर में हर समय भीड दिखाई दे रही.
* अमरावती में 18 हजार
शहर में 18219 संपत्तियों की खरीद फरोख्त हुई है. जिससे सरकार को 86 करोड 14 लाख राजस्व मिला है. रजिस्ट्रार कार्यालय में कतार लग रही है. कई बार पंजीयन के लिए 3-4 दिनों का इंतजार करना पडता है. उसी प्रकार कागजात एकत्र करने में भी 5-6 दिन लग जाते हैं. अमरावती तहसील कार्यालय में ग्रामीण के लिए एकमात्र कार्यालय होने से लोगों को खरीदी पंजीकृत कराने में सुबह से शाम बीत जाती है. सरवर डाउन होने पर दूसरे दिन आना पडता है.