मृत अग्निवीर अक्षय गावटे के पिता को 1.10 करोड की सहायता
सैन्य कल्याण बोर्ड ने झूठा ठहराया राहुल गांधी का दावा
* राज्य सरकार ने भी दिए हैं 10 लाख
बुलढाणा/ दि. 3- अग्निवीर अक्षय गावटे के परिजनों ने मंगलवार को स्वीकार किया कि अक्षय की पिछले वर्ष ऑन ड्यूटी मृत्यु पश्चात परिवार को सरकारी सहायता के 1 करोड 10 लाख रूपए प्राप्त हुए है. अक्षय के पिता लक्ष्मण गावटे ने मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावे को साफ झुठलाया. गावटे ने कहा कि उन्हें न केवल सरकारी सहायता प्राप्त हुई है बल्कि उनके पुत्र को संघर्ष में शहीद होने की श्रेणी विचाराधीन है. राहुल गांधी ने संसद में आरोप लगाया था कि अग्निवीर के परिजनो को कोई सहायता नहीं मिली है. उस समय भी प्रति रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक करोड की सहायता दिए जाने का जवाब तत्काल दिया था. इस बीच मीडिया गावटे के परिवार तक पहुंची.
बहन को सरकारी नौकरी
लक्ष्मण गावटे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमें सहायता के 1.10 करोड प्राप्त हो गये हैं. अब हमारी डिमांड अक्षय की बहन श्वेता को सरकारी नौकरी देने की है. उसी प्रकार पेंशन की भी मांग गावटे ने की है. महाराष्ट्र से अक्षय गावटे प्रथम अग्निवीर रहे. वह चिखली तहसील के पिंपलसराई के रहनेवाले थे. अक्षय को 30 दिसंबर 2022 को अग्निवीर के रूप में सेना में भर्ती किया गया था. सियाचीन में शून्य से कई डिग्री नीचे तापमान रहने से सर्दी सहन नहीं होने पर अक्षय की 20 अक्तूबर 2023 को ऑन ड्यूटी हृदय गति रूक जाने से जान चली गई थी. अक्षय के पिता ने बताया कि 48 लाख रूपए की बीमा राशि और 50 लाख रूपए की सरकारी सहायता केन्द्र सरकार से एवं 10 लाख रूपए की विशेष सहायता महाराष्ट्र सरकार से प्राप्त हुई है. सीएम एकनाथ शिंदे ने विशेष केस के रूप में गावटे परिवार को 10 लाख रूपए दिलवाए.