अमरावती/दि.4 – मधुमक्खियों का पालन कर शहद उत्पादन का व्यवसाय करते हुए आय में वृद्धि करने हेतु सहायता देने के साथ ही किसानों का जीवनस्तर उंचा उठाने और शहद उद्योग का विकास करने हेतु मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा शहद केंद्र योजना चलाई जा रही है. इसके लिए प्रत्येक गांव को 54 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा.
राज्य में शहद उद्योग के विकास हेतु उपलब्ध रहनेवाले पोषक वातावरण को ध्यान में रखते हुए व्यवसायिक तौर पर शहद उद्योग का व्यवसाय करने एवं शहद के छत्तों का निर्माण करने को इस योजना का निश्चित मुख्य उद्देश्य तय किया गया है. चिखलदरा तहसील के आमझरी में यह प्रकल्प कार्यान्वित होने जा रहा है. जिससे आदिवासियों को रोजगार के बडे पैमाने पर अवसर मिलने की संभावना है.
* ऐसा है योजना का स्वरुप
शहद गांव योजना हेतु सरकार द्वारा 90 फीसद अनुदान दिया जाएगा. वहीं लाभार्थी को 10 फीसद हिस्सा अदा करना होगा. जिसके बाद ही अनुदान की राशि जमा होगी.
* शहद उद्योग को सरकार देगी प्रोत्साहन
राज्य की वनसंपदा, फुलो की खेती, फसल उत्पादन व मधुमक्खी पालन करनेवाले किसान आदि घटकों का अध्ययन करते हुए शहद गांव का चयन किया जाएगा. इसके बाद मधुमक्खियों के लिए पोषक रहनेवाले पेड-पौधो को लगाने से लेकर मधुमक्खियों के पालन सहित शहद संकलन, शहद प्रक्रिया तथा ब्रांडींग व पैकिंग कर इस उद्योग को प्रोत्साहित किया जाएगा.
* प्रत्येक जिले में एक शहद गांव
प्रत्येक जिले में एक शहद गांव का निर्माण किया जाएगा और उस गांव के इच्छूकों का संघ तैयार कर उनके जरिए शहद की निर्मिती की जाएगी.
* मधुमक्खी पालन का दिया जाएगा प्रशिक्षण
मधुमक्खी पालन व्यवसाय हेतु चयनित गांव के किसानों को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही शहद उत्पादन संबंधी सामग्री को संभालने के लिए मार्गदर्शन भी किया जाएगा. इसके अलावा मधुमक्खी पालन करने हेतु पूरी मदद सरकार की ओर से दी जाएगी.
* अमरावती जिले में शहद गांव के तौर पर चिखलदरा तहसील के आमझरी गांव का चयन किया गया है. इस योजना के अंतर्गत उपायों पर अमल करने हेतु निधि की मांग का प्रस्ताव सरकार के पास पेश किया है.
– प्रदीप चेचरे, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी.