अमरावती/दि.23- मंजूर बिल के निधि के वितरण का आदेश निकालने का प्रस्ताव वरिष्ठों को भेजने के लिए 10 हजार रूपए की रिश्वत मांगनेवाले समाज कल्याण के सहायक लेखाधिकारी को 7500 रूपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी के दल ने रंगे हाथ पकड लिया. पकडे गये सहायक लेखाधिकारी का नाम राजेश गुलाबचंद रायकवार (52) हैं.
शिकायतकर्ता की संस्था के इमारत का निर्माण समाज कल्याण विभाग अमरावती के जरिये किया गया है. काम की मंजूर के बजट के 4 लाख 50 हजार 385 रूपए की रकम से 2 लाख 51 हजार 349 रूपए का बिल शिकायतकर्ता को मिला है. इसमें से 1 लाख 99 हजार 36 रूपए शेष है. यह शेष रकम के अतिरिक्त खर्च का बिल 1 लाख 20 हजार 900 रूपए मिलने के लिए और मंजूर बिल की मंजूरी की निधि वितरण आदेश निकालने के लिए वरिष्ठों को भेजने सहायक लेखाधिकारी राजेश रायकवार ने शिकायतकर्ता से 10 हजार रूपए रिश्वत की मांग की. इस घटना की शिकायत शिकायतकर्ता ने एसीबी में की. शिकायत के आधार पर 18 से 21 जुलाई को जांच के दौरान समझौते के पास 7 हजार 500 रूपए रिश्वत देना तय हुआ. 21 जुलाई को एसीबी के अधिकारियों ने नाना नानी पार्क से सटकर हर्षराज कालोनी में जाल बिछाकर शाम 6.50 बजे लेखाधिकारी राजेश रायकवार को 7500 रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड लिया. यह कार्रवाई एसीबी निरीक्षक चित्रा मेसरे, मिलिंद बहाकर, युवराज राठोड, शैलेश कडू, नंदकिशोर गुल्हाने, ज्ञानेश्वर सोमकुंवर, उपेंद्र थोरात, आशीष जांबोले विनोद धुले, जनबंधु के दल ने की.