अमरावती
12 साल की उम्र में मो. सरवर बना हाफिजे कुरआन
अमरावती/दि.04– कहते है लगन से अगर पढाई करों तो सफलता अपने कदम चुमती है. वैसे ही कम उम्र में कुरआन की तिलावत मुंह जबानी पढना यह बहुत बडी बात मानी जाती है. ऐसे ही महज 12 साल की उम्र में पूर्णा नगर निवासी मो. अनवर ने हाफिज-ए-कुरआन बनकर नया बहुमान रचा है.
जानकारी के अनुसार पूर्णा नगर निवासी हाथ मज़दूरी करने वाले मो. अनवर के बेटे मो. सरवर ने महज़ 12 साल की उम्र में हाफ़िज-ए-कुरआन मुकम्मल करने पर परिवार व गांव के लोगो का सर ऊंचा किया. रंगरेज़ बिरादरी अमरावती का पहला बच्चा हाफ़िज़े कुरआन बनने पर मो. सरवार को मुबारकबाद देने वालों की लाईन लगी हुई है.