अमरावती

चुनााव के समय देवेंद्र भुयार पर हुई गोलीबारी व वाहन फूंकने की घटना की सबीआई जांच करवाएं

मोर्शी-वरुड विधानसभा न्याय हक समिति ने ग्रामीण एसपी को ज्ञापन सौंपकर की मांग

अमरावती-/दि.22  वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र भुयार पर चुनाव प्रचार के दौरान गोलीबार होने तथा उनका वाहन जलाने की शिकायत वाहन चालक द्वारा दर्ज की गई थी. इस घटना के कारण वरूड तहसील का नाम संपूर्ण राज्य में बदनाम हुआ था. अभी तक इस प्रकरण की जांच कर यह कृत्य किसने किया था, इस बाबत प्रशासन पता लगाने में विफल साबित हुआ है. इस कारण इस प्रकरण की सीबीआई अथवा सीआईडी के जरिए जांच कर इस प्रकरण के आरोपियों की जानकारी वरूड-मोर्शी निर्वाचन क्षेत्र के नागरिकों को देने की मांग वरूड-मोर्शी विधानसभा न्याय हक्क समिति ने आज जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल को सौंपे ज्ञापन के जरिए की है.
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र भुयार पर मतदान के दिन सुबह 5 से 6 बजे के दौरान गोलीबार होने और वाहन जलाया जाने की शिकायत भुयार के वाहन चालक आकाश नागपुरे ने पुलिस में दर्ज की थी. इस प्रकरण को लेकर देवेंद्र भुयार को निर्वाचन क्षेत्र के नागरिकों काफी सहानुभूती मिली थी और वह चुनाव में निर्वाचित होकर विधायक भी बने. इस प्रकरण में जिन लोगों पर आरोप किया गया था वह खुद अब राज्यसभा सांसद बन गए है. भी तक कभी राजनीतिक वातावरण में इस तरह की अपराधिक घटना वरूड तहसील के साथ संपूर्ण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में घटित नहीं हुई थी. लेकिन इस प्रकरण के कारण राजनीतिक लोगों का लाभ हुआ और निर्वाचन क्षेत्र बदनाम हो गया. वरूड शहर को बिहार बनाने वाली यह घटना लज्जास्पद है. इस कारण सच्चाई का पता लगाने इस प्रकरण की जांच सीबीआई अथवा सीआईडी के जरिए कर निर्वाचन क्षेत्र को न्याय देने की मांग ज्ञापन में की गई है.
ज्ञापन सौंपनेवालो में प्रणव कडू, निलेश रोडे, प्रवीण राऊत, विक्रम राऊत, बबलू पावडे, शेखर गावंडे, संतोष निमघरे, चुदु वानखडे, स्वप्नील खांडेकर, अशोक ठाकरे, राजेश खाडगडे, निलेश मोहने, धनी रोडे, रवि मेटकर, वैभव पोतदार, मनोज इंगोले, शैलेश ठाकरे, सुशील बेले, धनंजय बोकडे, चंद्रशेखर अडलक, गोपाल भाकरे आदि उपस्थित थे.

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