मोर्शी, वरूड, चांदुर बाजार तहसील में अटल भूजल योजना
मोर्शी प्रतिनिधि/दि. 23 – भूजल स्तर पर होनेवाली फिसलन व जमीन की उर्वरता को नष्ट करने से रोकने के लिए केन्द्र शासन व वैश्विक बैंक के संयुक्त तत्वावधान में राज्य में अटल भूजल योजना चलाई जा रही है. जिनमें जिले की मोर्शी, वरूड व चादुंर बाजार इन तहसीलों का समावेश है.
केन्द्र शासन तथा वैश्विक बैंक के निर्देशानुसार प्रकल्प के लिए क्षेत्र चयन करते समय राज्य के अतिशोषित, शोषित और अंशत: शोषित सिंचाई क्षेत्र को प्रधानता दी जायेगी. उसनुसार राज्य के 2013 के भूजल अंदाज की रिपोर्टनुसार अतिशोषित 74, शोषित 4 और अंशत: शोषित 111 रहनेवाले कुल 89 सिंचाई क्षेत्र में से 13 जिले के 38 तहसील के 73 सिंचाई क्षेत्र के 1339 ग्रामपंचायत में गांव का चयन किया गया.अमरावती जिले के ड्राय झोन में मोर्शी, वरूड व चांदुर बाजार तीन तहसील के चार सिंचाई क्षेत्र, 68 गांवों में यह योजना चलाई जाने की जानकारी वरिष्ठ भूवैज्ञानिक विश्वास वालदे ने दी. सभी जिले के गांवों में लोगों के सहयोग से से अटल भूजन योजना चलाने के लिए भूजल विभाग द्बारा जनजागृति करना शुरू है, ऐसा भी उन्होंने कहा.
कुआं खुदाईकरण, बंधारे, खेततले, जमीन की खुदाई कर पानी अडवा पानी जिरवा यह काम अटल भूजल योजना में होंगे. मोर्शी पंचायत समिति सभापति यादवराव चोपडे, पूर्व सभापति शंकर उईके, उपसभापति माया वानखडे, पूर्व उपसभापति सुनील कडू, सदस्य भाउराव छापणे, प्रमोद बोबडे, गुटविकास अधिकारी पवार, वरिष्ठ भूवैज्ञानिक के.एस. जाधव, एच.ए. जोशी, आय.एम.दाबेराव, डब्ल्यू एल. सजेल आदि उपस्थित थे.
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925 करोड का अनुदान
महाराष्ट्र के लिए इस योजना अंतर्गत केन्द्र शासन व वैश्विक बैंक की ओर से महत्तम कुल 925.77 करोड रूपये अनुदान 5 वर्ष में उपलब्ध होगा. इसमें 188.26 करोड यह संस्थात्मक मजबूतीकरण व क्षमता निर्माण व इन घटक के लिए है. तथा 737.51 करोड विविध विभाग द्बारा की जानेवाली उपाय योजना का पूर्तता के अंत में प्रोत्साहन अनुदान स्वरूप मिलेगा. राज्य की अतिशोषित और अंशत शोषित सिंचाई क्षेत्र को प्रधानता देकर यह प्रकल्प चलाया जायेगा.