401 घंटे के निरंतर कला प्रस्तुति के माध्यम से वर्ल्ड रिकार्ड करने का प्रयास
70 कलाकारों ने 18 घंटे दी प्रस्तुति
* 21 जनवरी को होगा समाप्त
* स्वराध्या एंटरप्राइज एन्ड मनीष पाटिल फाउंडेशन का संयुक्त उपक्रम
अमरावती/दि.7-कला हमारे जीवन में मानसिक समाधान व शांति प्रदान करती है. इसी कलाविष्कार को वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की कोशिश कर रहे स्वराध्या एंटरप्राइज एण्ड मनीष पाटिल फाउंडेशन द्वारा शुरु किया गया सफर 18 घंटे पूर्ण कर चुका है. इन 18 घंटों में अब तक करीब 60 से 70 कलाकारों ने अपनी कला प्रस्तुत कर इस रिकार्ड में योगदान दिया. स्वराध्या एंटरप्राइज के दिनकर व स्वामिनी तायडे एण्ड मनीष पाटिल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में जारी 401 घंटे के निरंतर कला प्रस्तुति के माध्यम से वर्ल्ड रिकार्ड प्रस्तावित को प्रयास किया जा रहा है.
वर्ल्ड रिकार्ड में दोपहर 3 बजे तक कुल 18 घंटे पूरे हुए, इन 18 घंटों में लगातार बिना रुके, बिना थके कुल 60 से 70 कलाकारों ने अपनी कला प्रस्तुत की. जिसमें नृत्य, गायन, एक्टिंग, मॉडलिंग, मिमिक्री व अन्य कलाविष्कार का समावेश है. फिलहाल इस वर्ल्ड रिकार्ड में 600 सदस्यों ने नाम दर्ज किया है. जिसमें से 90 फीसदी सदस्य केवल गायन प्रस्तुति की इच्छा व्यक्त कर आगे आये हैं. शेष 10 फीसदी सदस्य अन्य कला प्रस्तुति के लिए पहल कर रहे हैं. इसके अलावा स्वराध्या एंटर प्राइज के 100 सदस्यों की टीम भी इस वर्ल्ड रिकार्ड को सफल बनाने में अपना योगदान देते हुए विविध कलाविष्कार प्रस्तुत कर रहे है. जिसके चलते पंजीकृत सदस्यों के साथ आयोजन समिति के सदस्यों की टीम को मिलाकर इस वर्ल्ड रिकार्ड के लिए 700 से अधिक सदस्य सेवा दे रहे हैं. विशेष यह कि इस वर्ल्ड रिकार्ड में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी कला प्रस्तुति के लिए करीब 15 मिनट का समय दिया जा रहा है. यानि करीब एक घंटे में 4 व्यक्ति अपनी कला मंच पर प्रस्तुत कर रहे हैं. वर्ल्ड रिकार्ड के नियमानुसार हर 4 घंटे बाद कलाकारों को 20 मिनट का ब्रेक दिया जा रहा है. यह गायन व अन्य कालाविष्कार का रिकार्ड 21 जनवरी की दोपहर 2 बजे समाप्त होगा.
अब तक सहयोग देने वालों में विनोद राऊत, विजय गायकवाड, वैशाली टाकलकर, उद्धव झुकरे, सुरेन भांडे, सूरज देशमुख, श्याम डोंगरे, सौरभ पाचले, संजय साबले, रविकुमारे पाचघरे, रत्ना पाटिल, राजेश हरकुट, राजेंद्र वाघमारे, प्रशांत डांगे, प्रकाश राणे, प्रदीप राईकर, प्रभुदास फंदे, पराग अंबाडकर, नीलिमा देशमुख, दीप्ति फुलझेले, नंदकिशोर किनाके, नंदा वाघमारे, मुकुल पलनिटकर, मयूर डहाके, स्वामिनी तायडे, मनीज विंचुरकर, मनीष भटकर, मंगला गावंडे, किरण भेले, कल्पना नाईक, ज्योत्स्ना शेटे, जितेंद्र बघेल, जयश्री देशमुख, हेमलता इंगले, वामन जवंजाल, ज्ञानेश्वर तिखे, दीपक सोलंके, दिलीप डहाके, दिलीप हटवार, दत्ता डाहोरे, चंद्रकांतभाई पोपट, भूषण लोखंडे, अर्चना महल्ले, अमोल मानकर, आशा शेट्टी, नरेंद्र लोणकर, जय देशमुख, आनंदी देशमुख, मनीषा चौधरी, रमेश चौधरी, अदिति वानखडे, राम चौधरी, सार्थक संजिवले, राजेश लेंडे, नंदकिशोर सोलंके, हरीश भुरभुरे, प्रफुल राऊत, विनय मोरे, नूतन गावंडे, अनिल अडवानी, प्रकाश वानखडे, संजय गायकवाड, मंदा हिवराले, सुरेखा त्यागी, वंशिका गायकवाड, सतेज कडू, अकील शेख, स्मिता उसे का समावेश रहा. इस वर्ल्ड रिकार्ड में अपना योगदान देने कई नवोदित कलाकार खुद होकर आगे आकर अपना योगदान दे रहे हैं. इस उपक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में सहभागी होने का आह्वान स्वराध्या एंटरप्राइज के दिनकर व स्वामिनी तायडे एन्ड मनीष पाटिल फाउंडेशन ने किया है.
‘संगीत’ सबसे बडी दवा : विधायक राणा
कार्यक्रम में उद्घाटक के रूप में विधायक रवि राणा उपस्थित थे. इस अवसर पर विधायक राणा ने आयोजन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि, संगीत एक उत्तम व सबसे बडी दवा है. अमरावती में सांस्कृतिक भवन जैसा स्टुडियो होना चाहिए. बडे स्टुडियो के लिए सरकारी निधि कैसे उपलब्ध होगी, इसके लिए हमारा प्रयास रहेगा. तथा महानगरपालिका को भी स्टुडियो स्थापित करने के लिए प्रस्ताव दिया जाएगा, यह आश्वासन विधायक राणा ने इस समय दिया.