अमरावती

जिप के विद्यार्थियों की हाजिरी ऑनलाइन स्वीफ्ट चैट एप पर

अमल हुआ शुरु, शिक्षक अपने मोबाइल पर लेते है हाजिरी

अमरावती /दि.2– जिले में स्थित स्थानीय स्वायत्त संस्था की शालाओं सहित निजी, अनुदानित व अशंत: अनुदानित शालाओं में कक्षा 1 ली से 10 वीं के छात्र-छात्राओं की हाजिरी अब ऑनलाइन पद्धति से दर्ज की जाएगी. इस संदर्भ में महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षा परिषद के प्रकल्प संचालक ने आदेश जारी किया है. जिसके चलते शुक्रवार 1 दिसंबर से जिला परिषद की शालाओं सहित अन्य सभी शालाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति ऑनलाइन पद्धति से दर्ज करने की प्रक्रिया शुरु की गई है. जिसके तहत शिक्षकों द्वारा अपने मोबाइल पर स्वीफ्ट चैट एप के जरिए विद्यार्थियों की हाजिरी दर्ज की जा रही है.
प्रायोगिक तत्व पर यह प्रयोग अमरावती जिले में भी शुरु हो चुका है और इस प्रयोग के चलते शिक्षा क्षेत्र में जानकारी के संकलन और विश्लेषण की प्रक्रिया को और अधिक गतिमान व सुलभ करने हेतु प्राथमिक शिक्षा परिषद द्वारा पुणे में विद्या समिक्षा केंद्र को कार्यान्वित किया गया है. विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कराने हेतु ‘अटेन्डंस बॉट’ का प्रयोग करने को लेकर तहसील एवं केंद्र स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का आदेश परिषद के राज्य प्रकल्प संचालक प्रदीपकुमार डांगे की ओर से जारी किया गया है. जिसके अनुसार कक्षा 1 ली से 10 वीं के विद्यार्थियों की हाजिरी उनके वर्ग शिक्षकों द्वारा स्वीफ्ट चैट एप के जरिए डाउनलोड करते हुए उसमें रहने वाले ‘अटेन्डंस बॉट’ के जरिए ऑनलाइन दर्ज करना आवश्यक है. जिला परिषद, नगरपालिका व महानगरपालिका सहित अनुदानित शालाओं के शालार्थ क्रमांक उपलब्ध शिक्षकों को ‘अटेन्डंस बॉट’ के जरिए हाजिरी दर्ज कराना संभव होगा. जिसके लिए शिक्षकों को अपनी शाला के यू डायस क्रमांक तथा खुद के शालार्थ क्रमांक का प्रयोग करना होगा. शालार्थ क्रमांक के लिए प्रयोग में लाया गया मोबाइल क्रमांक ही शिक्षकों को प्रयोग में लाना होगा. सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने के संदर्भ में स्वतंत्र तौर पर निर्देश दिए गए है. जिस पर अमल करना भी शुरु कर दिया गया है.

* 1 दिसंबर से विद्यार्थियों की हाजिरी ऑनलाइन पद्धति से दर्ज करनी शुरु कर दी गई है. इस काम में किसी भी तरह की दिक्कत आने पर शालेय संकेतस्थल, यू डायस संकेतस्थल एवं सरल संकेतस्थल पर जानकारी को अपडेट करना होगा. जिसके चलते इस काम से संबंधित सभी दिक्कते दूर हो जाएगी.
– बुद्धभूषण सोनोने,
शिक्षाधिकारी, जिप शिक्षा विभाग

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