अमरावती

सावधान! 5-जी सेवा के नाम हो सकती है जालसाजी

साईबर अपराधी हुए सक्रिय

शहर व ग्रामीण पुलिस ने जारी किया अलर्ट
अमरावती-/दि.13  देश में दूरसंचार क्रांति लानेवाली 5-जी सेवा लॉन्च हो गई है और 5-जी नेटवर्क की वजह से आनेवाले समय में कई बडे बदलाव आयेंगे तथा इसका कई क्षेत्रोें पर परिणाम होगा. कहा जा रहा है कि, 4-जी की तुलना में 5-जी के तहत इंटरनेट दसगुना अधिक रफ्तार के साथ काम करेगा और 5-जी लॉन्च होने के बाद लोगों को इसका काफी लाभ भी होगा. परंतु वहीं दूसरी ओर 5-जी के नाम पर ऑनलाईन जालसाजी किये जाने के मामले भी सामने आने लगे है, क्योेंकि लोगों की जिज्ञासा और अज्ञानता का फायदा उठाने के लिए जालसाजी के मामले बढने लगे है.
जानकारी के मुताबिक मोबाईल में 5-जी अपडेट करने के नाम पर जालसाजी करनेवाले गिरोह सक्रिय हो गये है. इस गिरोह द्वारा फोन करते हुए मोबाईल में 5-जी अपडेट कर देने की बात कही जाती है. जिसके बाद इस गिरोह द्वारा प्रोसेस करने के नाम पर संबंधित व्यक्ति के मोबाईल पर एक लिंक भेजी जाती है. इस लिंक के जरिये पूरी पर्सनल जानकारी निकालते हुए ओटीपी मांगा जाता है और ओटीपी मिलते ही इस गिरोह द्वारा संबंधित व्यक्ति के बैंक अकाउंट को खाली कर दिया जाता है. ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति फोन करते हुए आपसे आपका ओटीपी पूछता है, तो गलती से भी वह ओटीपी नहीं बताया जाना चाहिए, क्योंकि किसी भी टेलीकॉम कंपनी या बैंक द्वारा कभी भी किसी भी काम के लिए ओटीपी नहीं मांगा जाता. अत: अपना ओटीपी कभी भी किसी के भी साथ शेयर नहीं करना चाहिए.

ऑनलाईन जालसाजी के लिए 5-जी का नया ट्रेन्ड
इन दिनों ऑनलाईन जालसाजी के लिए 5-जी का नया टे्रन्ड प्रयोग में लाया जा रहा है. जिसके बारे में लोगों को जानकारी होना बेहद आवश्यक है. इस समय देश के कुछ चुनिंदा शहरों में भी 5-जी इंटरनेट सेवा की सुविधा शुरू हुई है और अन्य शहरों में चरणबध्द ढंग से यह सेवा प्रदान की जायेगी. चूंकि इस समय आम व सर्वसामान्य लोगों के पास 5-जी इंटरनेट सेवा को लेकर कोई विशेष जानकारी नहीं है और हर कोई इस तेज रफ्तार इंटरनेट सेवा को प्राप्त करना चाहता है. ऐसे में लोगों की अज्ञानता का फायदा उठाने के लिए साईबर अपराधियों का गिरोह सक्रिय हो गया है.

किसी भी लिंक पर 5-जी सेवा अपग्रेड नहीं होती
यदि आप अपने मोबाईल पर 5-जी की सेवा प्राप्त करना चाहते है, तो आपका मोबाईल नंबर (सीम कार्ड) जिस कंपनी का है, उस सर्विस प्रोवाईडर कंपनी के नजदिकी शोरूम में खुद जाकर अपने सीमकार्ड को अपग्रेड करवाये. यह सबसे सुरक्षित रास्ता है. वहीं किसी के बताने पर अपने सीमकार्ड को खुद ही ऑनलाईन पध्दति से अपग्रेड खतरनाक साबित हो सकता है. सबसे खास बात यह है कि, किसी भी लिंक पर जाने से 5-जी सेवा अपग्रेड व अपडेट नहीं होती.

केबीसी लॉटरी, बकाया विद्युत बिल व अकाउंट लॉक के फंडे हुए पुराने
केबीसी में 20-25 लाख की लॉटरी लगी है. विद्युत बिल तुरंत भरो, नहीं तो लाईन कट जायेगी अथवा बैंक अकाउंट लॉक हो चुका है, ओटीपी बताओ. इस आशय के मैसेज भेजकर अथवा कॉल करते हुए इससे पहले कई लोगों के साथ जालसाजी की जा चुकी है. लेकिन अब ये सारे फंडे बहुत पुराने हो चुके है और लोगबाग भी ऐसे साईबर अपराधों को लेकर काफी हद तक जागरूक हो गये है. जिसके चलते अब साईबर अपराधियों द्वारा ऑनलाईन ठगबाजी के लिए नये-नये फंडे आजमाये जा रहे है.

जिले में कब शुरू होगी 5-जी सेवा
अमरावती जिले में 5-जी की सेवा जारी वर्ष के अंतिम यानी दिसंबर माह के आसपास अथवा वर्ष 2023 की पहली तिमाही में शुरू होने की संभावना है. ऐसा संकेत विभिन्न मोबाईल सेवा प्रदाता कंपनियों के व्यवस्थापन द्वारा दिया गया है.

ये सावधानियां जरूरी
साईबर अपराधियों द्वारा ऑनलाईन ठगबाजी को अंजाम देने हेतु एक टोल फ्री नंबर दिया जाता है. जिस पर फोन करने पर ओटीपी पूछा जाता है और जैसे ही अपने मोबाईल पर आया ओटीपी बताया जाता है, उसके अगले ही मिनट सामनेवाले व्यक्ति के बैंक खाते में जमा रकम को ऑनलाईन तरीके से उडा लिया जाता है. ऐसे में सबसे जरूरी एवं महत्वपूर्ण यह है कि, ऐसी फोन कॉल्स् का कोई भरोसा न रखा जाये और किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने मोबाईल पर आया ओटीपी न बताया जाये.

एक माह में ऑनलाईन ठगबाजी के पांच मामले
जिला ग्रामीण पुलिस विभाग अंतर्गत विगत सितंबर माह के दौरान ऑनलाईन ठगबाजी के पांच मामले अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज हुए है. विशेष उल्लेखनीय है कि, ऑनलाईन ठगबाजों द्वारा तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को ही जमकर निशाना बनाया जाता है और साईबर अपराधों को लेकर जागरूक नहीं रहने के चलते साईबर अपराधियों के जाल में ग्रामीण क्षेत्रों केे भोले-भाले लोगबाग बडी आसानी से फंस जाते है.
बॉक्स, फोटो एसपी अविनाश बारगल
5-जी की सेवा अपडेट करने के नाम पर गोपनीय जानकारी मांगते हुए आपके साथ जालसाजी की जा सकती है. इसके अलावा दीपावली का पर्व नजदिक रहने की वजह से विविध प्रकार के लालच दिखाते हुए भी धोखाधडी व जालसाजी करने का प्रयास हो सकता है. ऐसे में इस तरह के झांसों में आने से बचना चाहिए. साथ ही धोखाधडी का शिकार हो जाने पर तुरंत ही पुलिस को सूचित करना चाहिए.
– अविनाश बारगल
जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक, अमरावती.

Related Articles

Back to top button