एसटी डिपो से सिटी बस छोडने के प्रयास ऑटो संगठना ने किए विफल
संगठना के अध्यक्ष नितिन मोहोड व ऑटो चालकों का विभागीय नियंत्रक कार्यालय पर हल्लाबोल
* 10 दिन में संबंधितों के साथ बैठक लेकर लिया जायेगा निर्णय
अमरावती/ दि.11 – शहर में मनपा प्रशासन द्बारा चलाई जा रही सिटी बस सेवा की सभी सिटी बस एसटी महामंडल के बसस्थानक से आरटीओ विभाग की बगैर अनुमति के शुरू करने के प्रयास ऑटो युनियन संगठना के अध्यक्ष नितिन मोहोड ने समय पर ऑटो चालकों के साथ विभागीय नियंत्रक कार्यालय पर हल्लाबोल कर विफल कर दिए. इस आंदोलन के कारण आज से शुरू की जानेवाली सिटी बस आगामी 10 दिन के लिए रोककर अब संबंधितों के साथ बैठक लेकर निर्णय लिया जानेवाला है.
जानकारी के मुताबिक मनपा परिक्षेत्र में ठेका प्रणाली से सिटी बस चलाई जा रही है. वर्तमान में यह ठेका साहू टूर्स एंड ट्रैवल्स के संचालक महेश साहू के पास हैं. अब तक शहर की यह निजी सिटी बस साइंसकोर मैदान के पास से चलाई जाती है. लेकिन आज बुधवार 11 जनवरी से यह सभी सिटी बस एसटी डिपो से छोडना शुरू किया जानेवाला था. इसकी तैयारियां भी पूर्ण कर ली गई थी. फलक लगाकर उसका दोपहर 1.30 बजे के दौरान किसी नेता के हाथ से उदघाटन भी किया जानेवाला था. जबकि नियम के मुताबिक निजी बससेवा को एसटी महामंडल के डिपो से चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती. इसके लिए प्रादेशिक परिवहन विभाग (आरटीओ) की अनुमति लेना आवश्यक रहता है. लेकिन ऐसा कुछ न करते हुए एसटी महामंडल के अधिकारियों ने कोई पूछताछ न करते हुए सीधी अनुमति महेश साहू को दे दी थी. यह बात ऑटो युनियन संगठना के पदाधिकारियों को मिलने पर वे संतप्त हो गए. उन्होंने संगठना के अध्यक्ष नितिन मोहोड को इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलते ही दोपहर 12 बजे नितिन मोहोड सैकडों ऑटो रिक्शा चालको ं के साथ एसटी डिपो आ पहुंचे. उन्होंने जहां से फलक का अनावरण कर सिटी बस शुरू की जानेवाली थी, वहां का जायजा कर सीधे विभागीय नियंत्रक कार्यालय पहुंचकर नीलेश बेलसरे से भेंट की और उनसे एसटी डिपो से सिटी बस शुरू करने बाबत सवाल जवाब किए. ऑटो चालक काफी संतप्त थे. कोतवाली के थानेदार विजय कुमार वाकसे और आरटीओ विभाग के अधिकारी भी अपने दल के साथ वहां पहुंच गये थे. एसटी डिपो से सिटी बस शुरू करने बाबत आरटीओ विभाग की कोई अनुमति न रहने से विभागीय नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने इसे तत्काल रोककर 10 दिनों के भीतर मामले की जांच कर इस संबंध में बैठक लेकर निर्णय लेने का आश्वासन दिया. तब मामला शांत हुआ.
* ऑटो वालों को भी दे अनुमति
शहर में मनपा प्रशासन द्बारा ठेका प्रणाली से सिटी बस चलाई जा रही है. किसी भी निजी बससेवा को एसटी महामंडल के डिपो से अपनी बसेें छोडते नहीं आ सकती. इसके लिए आरटीओ विभाग की अनुमति लेना आवश्यक रहता है. लेकिन संबंधित ठेकेदार ने ऐसा कुछ नहीं किया था. सिटी बस एसटी डिपो से आज से शुरू की जानेवाली थी. यह जानकारी मिलने पर ऑटो रिक्शा वाले आक्रामक हो गए. उनकी भी मांग थी कि एसटी डिपो से उन्हें भी ऑटो रिक्शा में यात्री बैठाने की अनुमति दी जाए. विभागीय नियंत्रक ने इसे 10 दिन के लिए रोक दिया है. अब बैठक लेकर आगे निर्णय लिया जायेगा.
नितिन मोहोड,
ऑटो युनियन संगठना अध्यक्ष
* आपसी समन्वय से निर्णय होगा
सिटी बस के ऑपरेटर ने एसटी डिपो से यात्रियों की सुविधा के लिए एक बस खडी रखने की अनुमति मिलने मनपा कार्यालय में अर्जी की थी. इसके मुताबिक मनपा उपायुक्त ने एसटी महामंडल को पत्र देकर अनुमति मांगी थी. लेकिन स्थानीय स्तर पर इसके अधिकार न रहने से मुंबई मध्यवर्ती कार्यालय प्रस्ताव भेजकर अभिप्राय मांगा गया था. सकारात्मक जवाब मिलने और करारनामा कर किराए पर वह जगह देना तय हुआ था. लेकिन ऑटो संगठना ने इसका विरोध किया. अब 10 दिन के भीतर कमिटी गठित कर बैठक लेकर इस पर आपसी समन्वय से निर्णय लिया जायेगा.
नीलेश बेलसरे,
विभागीय नियंत्रक