अमरावती

डफरीन में प्रतिमाह औसत 400 सीझेरियन

अप्रैल से जून तक तीन माह में 1,252 महिलाओं की प्रसव शल्यक्रिया

अमरावती/दि.2- स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल यानी डफरीन हॉस्पिटल में अप्रैल से जून इन तीन माह के दौरान कुल 2,662 महिलाओं की प्रसूति हुई. जिसमें से 1,410 महिलाओं की प्रसूति नॉर्मल हुई. वही 1,252 महिलाओं की प्रसूति शल्यक्रिया यानी सीझेरियन के जरिये कराई गई. इसेे देखते हुए कहा जा सकता है कि, डफरीन अस्पताल में प्रति माह 400 महिलाओं को सीझेरियन कराया गया और इस दौरान रोजाना औसतन 12 से 13 सीझेरियन ऑपरेशन डफरीन अस्पताल में हुए.
बता दें कि, इन दिनों सरकारी अस्पताल में सुरक्षित प्रसूति होने का प्रमाण बढ गया है और प्रसूति के दौरान कई महिलाओं को मौत के मुंह से वापिस बचा लाने में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर सफल रहे है. ऐसे में अब डफरीन अस्पताल में समूचे जिले से महिलाएं अपनी प्रसूति के लिए आकर भरती होती है. विगत तीन माह के दौरान जहां 2 हजार 662 महिलाओं की डफरीन अस्पताल में सफलतापूर्वक प्रसूति करायी गई, वही इस दौरान एक महिला की दुर्भाग्य से मौत भी हुई.

डफरीन अस्पताल में प्रसूति की वर्षनिहाय स्थिति
वर्ष        प्रसूति           माता मृत्यु
2018       1,934               6
2019       10,292             7
2020       9,475                5
2021       9,243                 2
2022     (जून तक) 2,662   1

* 1,252 महिलाओं का सीझेरियन
विगत तीन माह के दौरान हुई 2,262 महिलाओं की डफरीन अस्पताल में प्रसूति हुई. जिसमें से 1,252 महिलाओं का सीझेरियन किया गया. इस सीझेरियन ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत हुई. वही अन्य सभी शल्यक्रियाएं पूरी तरह से सफल रही.

डफरीन अस्पताल में प्रति माह 800 से 900 गर्भवती महिलाओं की प्रसूति होती है. अप्रैल से जून तक तीन माह के दौरान 2,662 महिलाओं की प्रसूति डफरीन अस्पताल में हुई. जिसमें से 1,252 महिलाओं की प्रसूति सीझेरियन यानी शल्यक्रिया के जरिये की गई और एक महिला मरीज को छोडकर सभी मामलों में प्रसूति पूरी तरह से सुरक्षित रही.
– डॉ. विद्या वाठोडकर
वैद्यकीय अधीक्षक, डफरीन हॉस्पिटल

* माता मृत्यु के कारण
प्रसूति के समय गर्भवती महिला का वजन कम या अधिक रहने अथवा बडे पैमाने पर रक्तस्त्राव होने की वजह से माता मृत्यु की संभावना बढ जाती है. इसके अलावा 40 वर्ष की आयु के बाद गर्भधारणा होने पर संबंधित महिला की प्रसूति को खतरनाक माना जाता है.

* 45 फीसद प्रसूति सीझेरियन से
जिला स्त्री अस्पताल में विगत तीन माह के दौरान 45 फीसद प्रसूतियां सीझेरियन के जरिये की गई. यह प्रतिमाह औसत 400 का अनुपात है. जिसका सीधा मतलब है कि, जिला स्त्री अस्पताल में रोजाना 12 से 13 महिलाओं की प्रसूति सीझेरियन के जरिये हो रही है. इससे जिला स्त्री अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में काम करनेवाले डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ की दौडभाग व व्यस्तता का अंदाजा लगाया जा सकता है.

* 55 फीसद सामान्य प्रसूति
1 अप्रैल से 30 जून तक तीन माह के दौरान डफरीन अस्पताल में 2,665 महिलाओं की प्रसूति हुई. जिसमें से 1,410 महिलाओं की प्रसूति नॉर्मल यानी नैसर्गिक तरीके से हुई. उल्लेखनीय है कि, किसी गर्भवती महिला की नैसर्गिक तरीके से भी सुरक्षित प्रसूति कराना किसी चुनौती से कम नहीं होता, लेकिन जिला स्त्री अस्पताल के डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ रोजाना ही ऐसी आठ-दस चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते है.

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