अमरावतीमहाराष्ट्र

कान्स फेस्टीवल की स्क्रीन पर दिखेंगा अविनाश धुर्वे का नाम

मेलघाट का नाम हुआ रोशन, प्रदर्शनी 13 से 14 मई तक

अचलपुर /दि.29– झिल्पी गांव के अविनाश धुर्वे की वजह से मेलघाट को प्रतिष्ठा मिली है और वजह भी वैसी ही है. जिस फिल्म में लाइन प्राड्यूसर के रुप में काम कर रहे है. उस लघु फिल्म ‘ए डॉल मैड अप ऑफ क्ले’ का कान्स फेस्टीवल 2025 में चयन हुआ है. इस कारण अविनाश धुर्वे यह कान्स फेस्टीवल की स्क्रीन पर दिखेंगा. यह फेस्टीवल 13 से 24 मई के दौरान होने वाला है.
मेलघाट के धारणी तहसील के झिल्पी गांव के मूल निवासी और नेताजी कालोनी अमरावती में रहने वाले अविनाश शंकर धुर्वे ने यशवंतराव चव्हाण मुक्त विद्यापीठ से पत्रकारिता की शिक्षा पूर्ण की. पश्चात मास्टर डिग्री सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ से, मीडिया कम्युनिकेशन एण्ड स्टडीज विभाग से पूर्ण की. वर्तमान स्थिति में अविनाश धुर्वे सत्यजीत रे फिल्म एण्ड टेलिविजन इंस्टीट्यूट कोलकाता में फिल्म मेकिंग का शिक्षण ले रहा है. यह संस्थान भारत सरकार के सूचना व प्रसारण मंत्रालय अंतर्गत कार्यरत है. इस दौरान अविनाश को ‘ए डॉल मैड अप ऑफ क्ले’ फिल्म मेंं लाइन प्रोड्यूसर के रुप में काम करने का अवसर मिला. इस फिल्म का कान्स फेस्टीवल 2025 के लिए चयन हुआ है. इस कारण अविनाश धुर्वे कान्य फेस्टीवल की स्क्रीन पर दिखने वाला है. यह फिल्म शून्य बजट की है. इसके निर्मामा साहिल इंगले तथा लेखक दिग्दर्शक कोकोब, गेबरहावेरिया तेस्फाय है. यह लघु फिल्म एसआरएफटीआई के प्रोड्यूसिंग फॉर फिल्म एण्ड टेलिविजन विभाग के 19 वें बैच का एक शैक्षणिक उपक्रम है. इस फिल्म का कान्स फेस्टीवल में चयन होने से मेलघाट सहित देश का नाम रोशन हुआ है.

* यह देश की उपलब्धी
सबसे बडे कान्स फेस्टीवल में फिल्म का चयन यह केवल मेरी व्यक्तिगत उपलब्धी नहीं, बल्कि संस्था, मेरे समाज और देश की उपलब्धी है. विश्व के सबसे बडे फिल्म महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व करना यह सचमुच सपना पूरा होने जैसा है. उस स्क्रीन पर मेरा नाम दिखेगा, जहां विश्व के सर्वोत्तम फिल्म दिग्दर्शक अपना काम प्रस्तुत करते है. यह पल मैं कभी नहीं भूल सकता.
अविनाश धुर्वे,
लाइन प्रोड्यूसर.

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