चुनावी ड्युटी से परहेज, किसी की मां तो किसी की पत्नी बीमार
नियुक्ति रद्द करने के लिए 1640 आवेदन
* जांच के बाद कुछ लोगो की ड्युटी रद्द
अमरावती/दि. 13– लोकसभा चुनाव में मतदान के काम के लिए साढे 13 हजार अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. इस संबंध में आदेश प्राप्त होने के बाद कुछ लोगो की बीमारी बढ गई. इसके अलावा किसी की मां तो किसी की पत्नी बीमार रहने का कारण आवेदन में दर्ज किया गया है. इसमें कुछ लोगो की बीमारी सचमूच है. जांच के बाद उनकी चुनावी ड्युटी रद्द की गई है.
प्रत्येक मतदान केंद्र पर तीन कर्मचारियों का दल रहता है. जिले में 2692 मतदान केंद्र है. इसके मुताबिक करीबन साढे 13 हजार अधिकारी और कर्मचारियों की मतदान प्रक्रिया में आवश्यकता है. इसके लिए जिला चुनाव अधिकारी तथा जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने सभी शासकीय कार्यालयो से जानकारी मांगी थी. यह जानकारी प्राप्त होने के बाद इन सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए पत्र दिया गया. इसमें 954 अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित थे. इन सभी को नोटिस दी गइ. चुनाव काम के लिए नियुक्ति आवश्यक रहने से शासकीय कर्मचारी मजबूर हो गए. कारण बताओं नोटिस मिलने के बाद सभी ने अपने जवाब भी प्रस्तुत किए. चुनाव ड्युटी रद्द करने के लिए 1640 कर्मचारियों में मनुष्यबल नोडल अधिकारी नीलेश खटके को आवेदन प्रस्तूत किए. इनमें से अनेको की ड्युटी रद्द की गई है. अब 11 हजार 876 कर्मचारियों की ड्युटी लगाई गई है. इन सभी कर्मचारियों का आगामी 15 व 16 अप्रैल को दूसरा चुनावी प्रशिक्षण होनेवाला है. इसमें अनुपस्थित रहनेवाले कर्मचारियों पर सीधी कार्रवाई की जाएगी, ऐसा चुनाव विभाग ने कहा है. इस कारण कुछ लोगो ने जुगाड लगाते हुए इस नियुक्ति से बचने के लिए विविध कारण सामने करना शुरु कर दिया है.
* हर दिन 100 से अधिक आवेदन
चुनावी ड्युटी रद्द करने के लिए मनुष्यबल नोडल अधिकारी नीलेश खटके के पास हर दिन 100 से अधिक आवेदन प्राप्त हो रहे है. इस आवेदनो की हर दिन जांच संबंधित दल द्वारा की जा रही है. अत्यावश्यक कारण रहने पर ही ड्युटी रद्द किए जाने की जानकारी चुनाव विभाग ने दी.
* कारण क्या?
– डबल ड्युटी : चुनाव दल ने पहले से ही रहते अब चुनावी ड्युटी लगाई गई है. इस कारण उसे रद्द करने का अनुरोध किया गया है.
– पुरानी बीमारी : कुछ माह पूर्व दुर्घटना हो गई थी. तकलिफ ज्यादा है. इसके अलावा मां अथवा पत्नी बीमार रहने से ड्युटी रद्द करने का अनुरोध किया गया है.
– बीपी-शुगर के मरीज : रक्तदाब व शुगर की बीमारी है. खुद अथवा परिवार में विवाह है. इसके अलावा अलग-अलग कारण कुछ कर्मचारियों द्वारा आवेदन में दर्ज किए गए है.
* आवेदनो की जांच के बाद निर्णय
चुनाव के लिए साढे 13 हजार अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई. पश्चात 1640 कर्मचारियों ने ड्युटी रद्द करने के लिए आवेदन किए है. जांच के बाद आवश्यक निर्णय लिए जाएगे.
– अनिल भटकर, नोडल अधिकारी तथा आरडीसी.