अमरावती

‘मिलेट ऑफ द मंथ’ के जरिए नागरिकों में की जाएगी जागरूकता

कृषि विभाग का प्रयास, खाद्य संस्कृति के आधार पर बढ़ेगा तृणधान्य का रकबा

अमरावती / दि. 2- भारतीय खाद्य संस्कृति में तृणधान्य के सेवन का काफी महत्व है. इसके लिए कृषि विभाग द्वारा मिलेट ऑफ द मंथ यानी तृणधान्य विशेष महिना यह संकल्पना चलायी जाएगी. विश्व स्तर पर २०२३ अंतर राष्ट्रीय पौष्टिक आहार वर्ष मनाया जाएगा. इस संकल्पना अंतर्गत ज्वार, बाजरा, नाचणी, वरई, कोडो, कुटकी, राजगिरा आदि तृणधान्य की उत्पादकता बढाने के साथही फसलों के स्वास्थ्य विषयक लाभ संबंध में नागरिकों में जागरूकता लाने का प्रयास किया जाएगा. साथही आहार में इसका प्रमाण बढाने का उद्देश्य है, ऐसा जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान ने बताया. जिला कृषि महोत्सव के माध्यम से इस संबंध में जागृति की जाएगी. इसमें प्रवेश द्वार पर अनाज की सुंदर रंगोली, तृणधान्य सेल्फी प्वाइंट, महिला बचत समूह की पाककृति, छात्रों के टिफीन में देने के लिए विविध पदार्थ आदि द्वारा अभिभावकों को आह्वान किया जाएगा.
मिलेट दौड़, प्रभात फेरी का आयोजन
मानवी स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक तृणधान्य की भूमिका नागरिकों को समझें इसके लिए मिलेट दौड़ आयोजित की जाएगी. दौड़ के मार्ग पर पौष्टिक तृणधान्य संदर्भ में विविध पोस्टर, बैनर्स लगाए जाएंगे. इसके अलावा प्रभात फेरी, रोड शो, बाइक रैली द्वारा नागरिकों को आह्वान किया जाएगा.
प्रत्येक महिने का विशेष अनाज
मकर संक्रांति/भोगी निमित्त जनवरी माह में बाजरा
फरवरी में ज्वार का हुरडा
श्रावण माह के अगस्त में राजगिरा
नवरात्रि निमित्त अक्टूबर में भगर/वरई का उपयोग
दिसंबर में रागी, नाचणी का विशेष महत्व होता है

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