भारतीय महाविद्यालय में बी.ए. भाग- 3 के विद्यार्थियों को विदाई समारोह
अमरावती/ दि. 22– बी.ए. भाग-3 के विद्यार्थियों को विदाई समारोह कार्यक्रम में बोलते समय डॉ. आराधना वैद्य ने कहा कि जो विद्यार्थी सकारात्मक विचार करते है. वे जल्द ही सफलता प्राप्त करते हैं. इसके विपरित जो विद्यार्थी नकरात्मक विचार करते है. उन्हें बहुत अडचनों का सामना करना पडता है. अधिकतर विचारों के संबंध में जितनी सजगता होनी चाहिए उतनी विद्यार्थी जीवन में दिखाई नहीं देती. एखाद अच्छी बात करते समय मन में आनेवाला पहला सृजनशील विचार पकडकर रखना चाहिए. ऐसी आदत बनाकर तत्काल कृति के अमल पर रूपरेखा निर्धारित करनी चाहिए, ऐसा प्रतिपादन डॉ. आराधना वैद्य ने किया.
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ, भारतीय महाविद्यालय में सन 2023-24 बी.ए. भाग-3 के विद्यार्थियों का विदाई समारोह हुआ.
इस कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य, कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. दया पांडे, डॉ. मीता कांबले, डॉ. विजय भांगे, डॉ. सुमेध आहटे मंच पर उपस्थित थे. कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. प्रशांत विघे ने किया.
उन्होनें आगे कहा कि स्वयं के संबंध में व्यक्ति के मत अच्छे होना चाहिए. सृजनात्मक विचारों की सुरक्षा के लिए आत्मविश्वास निर्माण के लिए व सुदृढ मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है. जिसके कारण अपने -आप ही स्वयं के संबंध आदर भाव निर्माण होता है व सकारात्मक स्व. प्रतिमा निर्माण होती है. अच्छी व स्व- प्रतिमा निर्माण होने के लिए स्वयं के ही डॉक्टर बने. यह आवश्यक है. इसी के साथ सकारात्मक विचारों की प्रतिमा निर्माण होने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए तथा स्वयं के संबंध में अच्छी भावना, योग्य निर्णय लेने के लिए जिम्मेदारी निभाने के लिए समर्थ हो, ऐसे सकारात्मक विचार महत्वपूर्ण है. ऐसे विचार डॉ. आराधना वैद्य ने व्यक्त किया तथा डॉ. विजय भांगे ने कहा कि विद्यार्थियों को बहुत अवसर है. यह अवसर अपनी पसंद और कौशल्यानुसार चयन की जानी चाहिए. जिदद और मेहनत पर विश्वास रखना चाहिए.
इस अवसर पर डॉ. पांडे, डॉ. मीता कांबलेे, डॉ. सुमेश आहटे, डॉ. मंगल धोरण, प्रा. पंडित काले ने मार्गदर्शन किए. कुछ विद्यार्थियों ने अपने मनोगत व्यक्त किए.