क्रियो फर्नीचर मॉल का बच्चू कडू के हाथों भव्य शुभारंभ
शिवा फर्नीचर वर्ल्ड के परमानंद धावरानी अॅन्ड सन्स की सौगात
परतवाडा/दि.15– मध्य भारत के सर्वश्रेष्ठ फर्नीचर निर्माता क्रियो के आलीशान शानदार फर्नीचर मॉल का उद्घाटन सोमवार को दिव्यांग मंत्रालय के अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू के शुभ हस्ते किया गया. इस अवसर प्रतिदिन अखबार व वृत्त केसरी समूह के संस्थापक संपादक नानक आहूजा, सीए चंद्रकांत कलोती, सुविख्यात व्यवसायी दुर्गाशंकर अग्रवाल व प्रसिद्ध भवन निर्माता मधुकर डेरे प्रमुख अतिथि के रुप में उपस्थित थे. धावरानी परिवार की ओर से परमानंद धारवानी व उनके पुत्रद्वय ओमप्रकाश व कमलेश द्वारा अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया.
विधायक बच्चू कडू ने उद्घाटन प्रसंग पर परमानंद एंड संस की इस पहल की तारीफ करते हुए कहा कि, जुडवा शहर के इतिहास में निजी हाथों से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए क्रियो मॉल व मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को हमेशा याद किया जाएगा. हर काम सरकार ही करे यह जरुरी नहीं, यदि अन्य व्यापारी भाई भी इस तरह का लक्ष्य सामने रखें तो अचलपुर को सुजलाम-सुफलाम बनाने में वक्त नहीं लगेगा. नानक आहुजा ने परमानंद और उनके परिवार का अभिवादन करते हुए कहा कि, सिंधी समाज के साथ ही यह पूरे जिले के लिए गौरव की बात है. अपने साथ-साथ अन्य लोगों को भी प्रगति के प्रवाह में शामिल करने की भावना बहुत कम लोगों में देखने को मिलती है. सीए कलोती एवं डेरे की ओर से भी मेजबान धावरानी के इस व्यवसायिक उपक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई.
सुबह से ही नगरवासियों में क्रियो के इस शुभारंभ को लेकर भारी उत्सुकता थी. जोरदार आतिशबाजी के साथ क्रियो के जानदार शुभारंभ का शंखनाद किया गया. इस मौके पर नगर के सभी गणमान्य नागरिक, अधिकारी गण, सीए, अधिवक्ता, डॉक्टर्स के अलावा ग्राहक भी बडी संख्या में उपस्थित रहे. दोपहर 1 बजे से रात 9 बजे तक अभिवादन करने आ रहे नागरिकों की लगातार चहल-पहल क्रियो परिसर में देखने को मिली.
अत्यंत रमणीय मेलघाट की गोद में बसे परतवाडा-अचलपुर जुडवा शहर में मध्य भारत का यह सर्वश्रेष्ठ फर्नीचर निर्माण यूनिट है. लोग इसे क्रियो के नाम से जानते है. परतवाडा से अंजनगांव मार्ग पर अग्रवाल भवन के सामने 72 हजार वर्गफीट में फैला हुआ यह पश्चिम विदर्भ का एक नंबर, आलीशान फर्नीचर निर्माण इकाई है. इसी के बगल से चार मंजिला जानदार-शानदार क्रियो फर्नीचर मॉल को भी देखा जा सकता. गणेशनगर, टिंबर डिपो रोड निवासी परमानंद जी ने स्वप्न पूर्ति के इस अवसर पर शहरवासियों को आग्रह का निमंत्रण दिया था. उनके स्नेहिल आग्रह का मान रखते हुए शुभचिंतक व मित्र परिवार भी बडी तादाद में उपस्थित रहे. पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की कविता के कुछ अंश- ‘हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा, काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं…’ शिवा सिलेक्शन से शिवा फर्नीचर वर्ल्ड और अब आसमां की ऊंचाई छूता एक नया नाम स्थापित हुआ क्रियो फर्नीचर मॉल. अपने बरसों के अथक परिश्रम से पौधे को अंकुरित कर वटवृक्ष में तब्दील करने में जिन चंद लोगों को जुडवा शहर में सफलता हासिल हुई, उसमें एक नाम परमानंद धावरानी का भी लिया जाता है. ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.’ परम साक्षात महादेव व पूज्य गुरु महाराज के आशीर्वाद से परमानंद ने इन पंक्तियों को सिर्फ पढा ही नहीं, अपितु जिया भी है. परिवार में संस्कार को रोपित किया. विद्यादेवी धावरानी के उनके राम-लक्ष्मण समान दो पुत्र ओमप्रकाश व कमलेश ने संघर्ष के इस महायज्ञ में अपनी भी आहुति अर्पित की. उनकी तपश्चर्या का सुखद परिणाम आज क्रियो फर्नीचर मॉल के रुप में देखा जा सकता. यह धावरानी परिवार का अपना ओन प्रोडक्शन है. ओमी ने इसे दिन-रात सींचा तब बात यहां तक पहुंची. कमलेश उर्फ कम्मू का कंधे से कंधा मिलाकर साथ देना और पिताश्री परमानंद का आशीर्वाद व मार्गदर्शन क्रियो को माइलस्टोन के रुप में स्थापित करने की कहानी है.
शुभारंभ प्रसंग पर क्रियो के प्रबंध निदेशक परमानंद धावरानी ने कहा कि, कम मुनाफा और ग्राहक से सेवा का वादा इस घोषवाक्य से हम क्रियो का निरंतर संचालन करते रहेंगे. मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में अपनी हर सांस को फूंक चुके ओमप्रकाश ने ग्राहकों के भरपूर प्रतिसाद पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, स्काई इज द लिमिट, अभी आगे का सफर बाकी है. बिक्री में पारंगत कमलेश ने उनकी प्रार्थना पर पधारे सभी नागरिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि, सिर्फ बिक्री करना ही हमारा ध्येय नहीं है, बल्कि आफ्टर सेल्स सर्विस के लिए क्रियो की टीम सदैव तैयार रहेगी. ग्राहक हमारी पूंजी है और ग्राहक का हित ही हमारे लिए सर्वोपरि होगा.