बच्चू कडू का भाजपा पर निशाना
शिंदे के साथ अच्छा चल रहा था, अजित पवार की जरुरत क्यों?
अमरावती/दि.18- प्रहार जनशक्ति पक्ष के सर्वेसर्वा, विधायक ओमप्रकाश बच्चू कडू ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ अच्छी महायुति सरकार चल रही थी. अजित पवार को साथ लेने की भाजपा को क्या आवश्यकता पडी? कडू ने एक टीवी चैनल से साक्षात्कार में भाजपा पर और भी निशाना साधते हुए महायुति के लोकसभा के उम्मीदवारों के चयन में दखल देने का भी आरोप लगाया.
कडू ने कहा कि महाविकास आघाडी की सरकार पलटते हुए भाजपा ने एकनाथ शिंदे और उनके साथी शिवसेना विधायकों को लेकर महायुति के नाम से सत्ता स्थापित की. अब इस विद्रोह को 2 वर्ष हो रहे है. भाजपा ने शिवसेना की सीटों पर भी सर्वे किया. कडू ने दावा किया कि शिंदे के उम्मीदवार भाजपा ने तय किए. यवतमाल, नांदेड, परभणी, हिंगोली में सीटें बदली गयी. नही तो महायुति के अधिक उम्मीदवार जीतते. कडू ने यह भी कहा कि शिंदे के उम्मीदवार और सर्वे भाजपा करेगी? यह दबाव -प्रभाव की नई रिती उन्होनें देखी.
कडू ने कहा कि अजित दादा के साथ भी ऐसा ही हुआ. उन्हें दो उधार के उम्मीदवार दिए गए. ऐसा कौन सा युति धर्म होता है? बच्चू कडू ने विधानसभा की 20 सीटें लडने की तैयारी दर्शायी है. चर्चा है कि अब वे विधानसभा चुनाव में भी महायुती का साथ छोड देंगे. कडू ने इस बात का पुनरुच्चार किया कि सांसद नवनीत राणा की पराजय युवा स्वाभिमान पार्टी के कारण हुई. जब नवनीत राणा सांसद थी. तब रवी राणा कही नजर नहीं आते थे. अंतर्गत कलह के कारण उनकी हार होने का दावा कर विधायक कडू ने कहा कि रवी राणा ने जबान संभाल ली होती तो नवनीत राणा विजयी हो जाती.