अमरावती

राणा के खिलाफ 50 करोड की मानहानी का दावा ठोकेंगे बच्चु कडू

सीएम व डेप्युटी सीएम के नाम भी करेंगे नोटीस जारी

अमरावती-दि.29 विगत कुछ दिनों से पूर्व राज्यमंत्री व विधायक बच्चु कडू तथा विधायक रवि राणा के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है और जो उस समय तेज हो गई, जब विधायक रवि राणा ने आरोप लगाया कि, शिंदे गुट का समर्थन करने हेतु गुवाहाटी जाने के लिए पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने 50 खोके (करोड) रूपये लिये थे. जिसके बाद विधायक बच्चु कडू ने विधायक रवि राणा को इस आरोप के सबूत पेश करने या माफी मांगने हेतु कहा था. साथ ही इसके लिए 1 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया था. चूंकि दोनों विधायक राज्य के सत्ता पक्ष से जुडे हुए है. ऐसे में दोनों विधायकों के बीच चल रही तनातनी को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा हस्तक्षेप किये जाने की अपेक्षा व्यक्त की जा रही है. वही मंत्री दीपक केसरकर ने इस मामले में मध्यस्थता करने का कुछ हद तक प्रयास भी किया. लेकिन यह मामला अब तक सुलझ नहीं पाया. वही अब पता चला है कि, पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू अब विधायक रवि राणा के खिलाफ 50 करोड रूपये की मानहानी का दावा ठोकनेवाले है.
बता दें कि, विधायक रवि राणा द्वारा 50 खोके को लेकर लगाये गये आरोप के बाद विधायक बच्चु कडू ने राजापेठ पुलिस थाने पहुंचकर राणा के खिलाफ अपनी सार्वजनिक प्रतिमा को मलिन करने के संदर्भ में शिकायत दर्ज करायी गई है. जिसके चलते विधायक राणा के खिलाफ अदखलपात्र अपराध दर्ज हुआ था. वही गत रोज महिला मुक्ति मोर्चा नामक संगठन से वास्ता रखनेवाले कुछ लोगों ने राजापेठ पुलिस थाने पहुंचकर विधायक बच्चु कडू के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. जिसमें कहा गया कि, विधायक बच्चु कडू ने ‘एक बाप की औलाद…’ वाक्य कहते हुए विधायक रवि राणा की माताजी का और ‘हिजडा’ शब्द का प्रयोग करते हुए तृतीयपंथी समाज का अपमान किया है. इस शिकायत के आधार पर विधायक बच्चु कडू के खिलाफ भी असंज्ञेय मामला दर्ज हुआ. इसके साथ ही विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने गत रोज एक बैठक करते हुए विधायक बच्चु कडू को ईट का जवाब पत्थर से देने पर विचारमंथन किया. इन तमाम बातों को देखते हुए पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने अब अपनी भूमिका को और अधिक आक्रामक कर लिया है. जिसके तहत उन्होंने विधायक रवि राणा पर 50 करोड रूपये की मानहानी का दावा ठोकने की तैयारी कर ली है. साथ ही वे इस मामले में स्पष्टीकरण देने हेतु राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नोटीस भी जारी करनेवाले है.
उल्लेखनीय है कि, गत रोज ही विधायक बच्चु कडू ने दैनिक अमरावती मंडल के साथ इस मामले को लेकर की गई बातचीत में कहा था कि, यदि 31 अक्तूबर तक इस मामले में विधायक रवि राणा द्वारा माफी नहीं मांगी जाती है और सीएम व डेप्यूटी सीएम की ओर से अगर कोई स्पष्टीकरण नहीं आता है, तो वे 1 नवंबर से कुछ अलग रास्ता अख्तियार कर सकते है. जिसके तहत वे 1 नवंबर को विधायक रवि राणा की बैठक का एक वीडियो आम जनता के सामने पेश करेंगे, जिसमें दिखाई देगा कि, विधायक रवि राणा द्वारा किस तरह से षडयंत्र रचे जाते है. इसके बाद अगले पंद्रह दिनों के दौरान ऐसे कुछ और वीडियोज भी जारी किये जायेंगे. जिससे पूरी पिक्चर क्लिअर हो जायेगी

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* राजनीति में मां को आगे करना शर्मनाक काम
विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, उन्होंने अपने जीवन में हमेशा ही महिलाओं का सम्मान किया है. यह बात किसी को बताने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह बात सभी जानते है. उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में कभी किसी महिला के लिए कोई अपमानजनक या अवमानकारक बात नहीं कही. ऐसे में विधायक रवि राणा की ओर से लगाये जानेवाले आरोप में कोई टूक नहीं है. साथ ही यह अपने आप में बेहद शर्मनाक बात है कि, एक विधायक अपनी राजनीति के लिए खुद अपनी मां को बीच में घसीट रहा है और उसे इसके लिए कोई शर्म भी नहीं आ रही. विधायक बच्चु कडू के मुताबिक चूंकि अब विधायक राणा के पास सबके सामने रखने हेतु कोई सबूत नहीं है, तो विधायक राणा अपनी आदत के अनुसार नई-नई नौटंकिया करने पर उतारू हो गये.
* फुसका पटाखा हूं या फूटनेवाला बम हूं, जल्द बताउंगा
विधायक बच्चु कडू के साथ चल रही जुबानी जंग के बीच विधायक रवि राणा ने उनके लिए ट्विटर पर ‘फुसका पटाखा’ शब्द का प्रयोग किया था. जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक बच्चु कडू ने कहा कि, मैं फुसका पटाखा हूं या फिर फटनेवाला बम हूं यह विधायक रवि राणा को बहुत जल्द पता चलेगा. साथ ही किसके नीचे कब और कौनसा पटाखा लगाना है यह बच्चु कडू को बहुत अच्छे से पता है. विधायक बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, विधायक रवि राणा द्वारा लगाये गये आरोपों की ईडी से जांच करवायी जाये. वे इसके लिए पूरी तरह तैयार है.
* जरूरत पडी तो विधायक पद से भी इस्तीफा दूंगा
पूर्व राज्यमंत्री बच्चु कडू ने यह भी कहा कि, कई लोगों को यह लग रहा है कि, शायद वे ये सारी उठापटक मंत्री पद को लेकर कर रहे है. ऐसे लोगों को पता होना चाहिए कि, मेरे लिए मंत्री पद तो क्या, विधायक पद भी कोई मायने नहीं रखता. जरूरत पडती है, तो वे अपने विधायक पद से भी इस्तीफा देकर संवैधानिक दायित्व से मुक्त होने के लिए तैयार है, लेकिन विधायक रवि राणा द्वारा लगाये गये आरोपों का तो ‘सोक्ष-मोक्ष’ तो लगाकर ही रहेंगे.

* नोटीस आयेगी, तो देखेंगे
वही इस बारे में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर विधायक रवि राणा ने कहा कि, अगर उन्हें मानहानी के दावे के संदर्भ में कोई नोटीस आती है, तो उनकी ओर से उनके वकीलों द्वारा उसका जवाब दिया जायेगा. साथ ही विधायक रवि राणा ने एक बार फिर दोहराया कि, उन्हें किसी को कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है. जो बात उन्होंने कही, वह सभी को पता है. ऐसे में उनके द्वारा कही गई बात की ईडी या सीबीआई जैसी जांच एजेंसी के जरिये जांच-पडताल की जानी चाहिए. इसके अलावा विधायक रवि राणा ने यह भी कहा कि, उनकी माता के अपमान को लेकर राजापेठ थाने में किसने शिकायत दी, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

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