अनशन के चौथे दिन बिगडी बच्चू कडू की तबीयत
चार किलो वजन घटा, ब्लडशुगर कम, ब्लडप्रेशर अधिक

* डॉक्टरों की टीम दिन में दो बार कर रही स्वास्थ परिक्षण
* कई नेताओं व गणमान्यों ने मोझरी पहुंचकर की बच्चू कडू से भेंट
* प्रहार पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी हो रहे उग्र, जगह-जगह प्रदर्शन
अमरावती/दि.11 – किसानों सहित दिव्यांगो, विधवा महिलाओं एवं मच्छिमारों की विभिन्न मांगो को लेकर विगत रविवार 8 जून से गुरुकुंज मोझरी में आमरण अनशन शुरु करनेवाले प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया व पूर्व मंत्री बच्चू कडू का आंदोलन आज लगातार चौथे दिन भी जारी रहा तथा विगत चार दिनों से अन्नत्याग करते हुए अनशन पर बैठे पूर्व मंत्री बच्चू कडू का वजन 4 किलो से घट गया. साथ ही उनके स्वास्थ में बडी तेजी के साथ गिरावट देखी जा रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए अब जिला प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर बच्चू कडू के स्वास्थ पर नजर रखने हेतु डॉक्टरों का विशेष पथक तैनात किया है. जिसमें शामिल डॉक्टरों द्वारा बच्चू कडू के स्वास्थ का अब दिन में दो बार परिक्षण किया जा रहा है. जिनके जरिए पता चला है कि, पूर्व मंत्री बच्चू कडू के शरीर में रक्तशर्करा का प्रमाण घटने के साथ ही उनका रक्तदाब बढा हुआ है. हालांकि इसके बावजूद बच्चू कडू ने अपनी मांगो के लिए अन्नत्याग आंदोलन को आगे भी जारी रखने तथा किसानो, दिव्यांगो व विधवा महिलाओं सहित मच्छिमारों की मांगो के लिए अपनी अंतिम सांस तक संघर्ष करने का खुला ऐलान किया है. इस बीच आज सांसद नीलेश लंके, पूर्व मंत्री वसंत पुरके, मराठा आंदोलक मनोज जरांगे व स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता रविकांत तुपकर सहित अनेकों गणमान्यों ने गुरुकुंज मोझरी पहुंचकर पूर्व मंत्री बच्चू कडू से भेंट करते हुए उनका हालचाल जाना. इसके साथ ही अब प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी उग्र भूमिका अपनाते हुए जगह-जगह आंदोलन करना शुरु कर दिया है.
विगत चार दिनों से बेमुदत अन्नत्याग आंदोलन कर रह पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने कहा कि, उन्होंने तत्कालिन महाविकास आघाडी सरकार में मंत्री रहते हुए भी किसानों के हितों के लिए आवाज उठाई थी और आज सत्ता एवं पद नहीं रहने के बावजूद भी वे किसानो के हितों की लडाई लड रहे है. परंतु कल राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने किसानो के प्रति सहानुभूती व सांत्वना दिखाने की बजाए डांट-डपट दिखानेवाले अंदाज में बात की. जिसे कदापी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी अहंकारी प्रवृत्ति का निषेध किया जाएगा. साथ ही पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने सीएम फडणवीस के नाम संदेश जारी करते हुए कहा कि, राज्य में इन दिनों रोजाना ही किसानो द्वारा आर्थिक दिक्कतो से परेशान होकर आत्महत्या की जा रही है. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री एक ओर मंदिर-मंदिर घूमकर पुण्य कमा रहे हो, लेकिन उन्हें राज्य में होनेवाली किसान आत्महत्याओं का पाप भी भुगतना होगा.
* शरद पवार से हुई बच्चू कडू की बात
इस बीच बच्चू कडू के इस आंदोलन को समूचे राज्यभर से समर्थन मिल रहा है तथा राजनीतिक क्षेत्र द्वारा पूर्व मंत्री बच्चू कडू के मांगो का समर्थन किया जा रहा है. जिसके तहत गत रोज ही राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार पार्टी के सर्वेसर्वा शरद पवार ने पूर्व मंत्री बच्चू कडू से फोन के जरिए संपर्क करते हुए संवाद साधा. शरद पवार गुट वाली राकांपा के नेता नीतेश कराले मास्तर ने राकांपा सुप्रीमो शरद पवार एवं पूर्व मंत्री बच्चू कडू की मोबाइल फोन पर बात करवाई. इस समय राकांपा नेता शरद पवार ने पूर्व मंत्री बच्चू कडू के स्वास्थ को लेकर चिंता जताते हुए बच्चू कडू को अपने स्वास्थ की ओर ध्यान देने की सलाह भी दी.
* रासप नेता महादेव जानकर पहुंचे मोझरी
इस बीच राष्ट्रीय समाज पार्टी के मुखिया व पूर्व मंत्री महादेव जानकर ने आज गुरुकुंज मोझरी पहुंचकर पूर्व मंत्री बच्चू कडू के अनशन स्थल को भेंट दी. साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा किए जा रहे आंदोलन को अपना व अपनी पार्टी का पूरी तरह से समर्थन रहने की बात भी कही. इसके अलावा आज अनशन के चौथे दिन भी अनशन स्थल पर विभिन्न राजनीतिक दलों, किसान संगठनों व संस्थाओं के पदाधिकारियों, प्रतिनिधियों के साथ-साथ क्षेत्र के किसानो का अच्छा-खासा जमघट लगा रहा.
* मनोज जरांगे पहुंचे मोझरी, बच्चू कडू के आंदोलन को समर्थन
इसके साथ ही मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रणेता मनोज जरांगे पाटिल ने भी किसानों की मांगो के लिए आमरण अनशन कर रहे पूर्व मंत्री बच्चू कडू के आंदोलन का समर्थन किया है. साथ ही मनोज जरांगे पाटिल आज सुबह ही जालना से गुरुकुंज मोझरी के लिए रवाना हुए और दोपहर बाद मनोज जरांगे ने गुरुकुंज मोझरी स्थित अनशन स्थल पर पहुंचकर विगत चार दिनों से आमरण अनशन कर रहे पूर्व मंत्री बच्चू कडू से मुलाकात की. इस समय दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा भी की गई.
विशेष उल्लेखनीय है कि, जब मनोज जरांगे द्वारा मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अंतरवाली सराटी गांव में आमरण अनशन किया गया था. तब विधायक रहते समय बच्चू कडू ने अंतरवाली सराटी गांव पहुंचकर मनोज जरांगे की भूमिका का समर्थन किया था. साथ ही साथ उनका अनशन खत्म करवाने हेतु तत्कालिन महायुति सरकार के साथ सफल मध्यस्थता भी की थी.
* इन 17 प्रमुख मांगो को लेकर किया जा रहा आंदोलन
बता दें कि, पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा कुल 17 मांगो को लेकर आमरण अनशन किया जा रहा है. जिसका आज चौथा दिन रहा. पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने किसानों को संपूर्ण कर्जमाफी दिए जाने तथा दिव्यांगों व महिलाओं को प्रति माह 6 हजार रुपए का मानधन दिए जाने के मांग के साथ ही कृषि उपज को एमएसपी पर 20 फीसद अनुदान देने, 6 अप्रैल 2023 को हुई बैठक के इतिवृत्त अनुसार शासन निर्णय जारी करने, वंचित घटकों के अलावा सभी गरीबो व सर्वसामान्य को सम्मानजनक तरीके से घरकुल प्रदान करने, शहरी क्षेत्र की तरह ग्रामीण क्षेत्र के लिए भी घरकुल हेतु समान मानक लागू कर न्यूनतम 5 लाख रुपए का अनुदान घरकुल लाभार्थियों को देने, आत्मत्याग्रस्त किसान परिवारो हेतु स्वतंत्र आर्थिक विकास महामंडल स्थापित कर 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व संपूर्ण कर्जमाफी देने, रोजंदारी करनेवाले सभी मजदूरों को महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में शामिल कर फल उत्पादन में 3-5 का प्रमाण लागू करते हुए इन कामों को रोगायो के साथ जोडने व रोजाना होनेवाले श्रम के बदले में एक हजार रुपए की मजूरी दिए जाने, किसान परिवारों के छात्र-छात्राओं हेतु स्वतंत्र छात्रवृत्ति योजना लागू कर उसके शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति देने, 100 फीसद दिव्यांगो को सरकारी नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण देने, सरकारी नौकर भर्ती में अन्य पिछडावर्गीय हेतु 27 फीसद ओबीसी आरक्षण रखने, कृषि उपज बीमा योजना का लाभ सीधे किसानों के खाते में जमा कराने व बीमा किश्त की 50 फीसद से अधिक रकम सरकार द्वारा भरे जाने, किसानों को खाद व बीज निशुल्क उपलब्ध कराने, खेती-किसानी हेतु लगनेवाली बिजली का बिल माफ करते हुए सतत विद्युत आपूर्ति करने, सभी सरकारी खरीदी केंद्रो पर गारंटी मूल्य से कृषि उपज की खरीदी करने तथा धनगर समाज का आरक्षण तत्काल लागू कर धनगर समाज के बेरोजगार युवाओं को नौकरी में 13 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग उठाई गई है.
* सांसद नीलेश लंके, पूर्व मंत्री वसंत पुरके व रविकांत तुपकर भी मिले बच्चू कडू से
इस बीच मिली जानकारी के मुताबिक गुरुकुंज मोझरी पहुंचकर आज शरद पवार गुट वाली राकांपा के लोकसभा सदस्य नीलेश लंके, राज्य के पूर्व शिक्षक विधायक वसंत पुरके तथा स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता रविकांत तुपकर ने भी पूर्व मंत्री बच्चू कडू से भेंट की और उनके द्वारा किए जा रहे आंदोलन को अपना समर्थन रहने की बात कही.
* ‘प्रहारी’ हुए बेहद आक्रामक, कहीं टॉवर पर चढकर आंदोलन, तो कहीं जलसमाधि की धमकी
– चांदुर बाजार शहर में रहा पूरी तरह से बंद, एसडीओ कार्यालय में लगा ठिया
– जिलाधीश व तहसीलदार कार्यालय पर उग्र प्रदर्शन, निवेदन भी सौंपे गए
संपूर्ण किसान कर्जमाफी सहित किसानों, दिव्यांगो तथा विधवा महिलाओं की मांगो को लेकर विगत चार दिनों से अन्नत्याग करते हुए आमरण अनशन पर बैठे प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मंत्री बच्चू कडू की भूमिका का समर्थन करने के साथ ही पूर्व मंत्री बच्चू कडू की लगातार बिगडती तबियत को देखते हुए अब प्रहार जनशक्ति पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भी आक्रामक भूमिका अपनानी शुरु कर दी है. जिसके तहत आसेगांव पूर्णा में प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों ने मोबाइल टॉवर पर चढकर आंदोलन किया. वहीं चांदुर बाजार शहर सहित तहसील क्षेत्र में आज सुबह से सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे. इसके अलावा प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों ने अचलपुर स्थित उपविभागीय अधिकारी कार्यालय में ठिया आंदोलन करने के साथ ही जिलाधीश व तहसीलदार कार्यालयो के समक्ष तीव्र धरना प्रदर्शन किया. साथ ही प्रहार पार्टी की महिला पदाधिकारियों ने दो दिन के भीतर पूर्व मंत्री बच्चू कडू का आमरण अनशन खत्म नहीं होने तथा सरकार द्वारा बच्चू कडू की मांगो को पूरा नहीं किए जाने पर विश्रोली बांध के पानी में डूबकर जलसमाधि आंदोलन करने की घोषणा भी की है. जिसके चलते अब पूर्व विधायक बच्चू कडू द्वारा किए जा रहे अनशन व आंदोलन का दायरा और भी अधिक बढता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, पूर्व मंत्री व प्रहार पार्टी के मुखिया बच्चू कडू के अनशन का आज चौथा दिन रहा और आज बच्चू कडू समर्थको ने जिलाधीश कार्यालय के समक्ष सीएम देवेंद्र फडणवीस व डेप्युटी सीएम एकनाथ शिंदे के फोटो वाले बैनर व पोस्टर को जलाते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों का जमकर निषेध किया. साथ ही साथ प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अचलपुर व चांदुर बाजार स्थित तहसीलदार कार्यालयों के समक्ष भी पूर्व विधायक बच्चू कडू की भूमिका का समर्थन करते हुए तीव्र आंदोलन किया. जिसके तहत अचलपुर स्थित उपविभागीय अधिकारी कार्यालय में प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा ठिया आंदोलन भी किया गया.
* जिलाधीश कार्यालय के सामने किया गया चक्काजाम
प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने आज स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के सामने आंदोलन करने के साथ-साथ चक्काजाम भी किया और रास्ते के बीचोबीच सीएम देवेंद्र फडणवीस एवं दोनों उपमुख्यमंत्रियों के छायाचित्र रहनेवाले पोस्टर भी जलाए. जिसके चलते जिलाधीश कार्यालय पर कुछ हद तक तनातनी भी व्याप्त हो गई. इस समय जिलाधीश कार्यालय में प्रहार पार्टी के महानगर प्रमुख बंटी रामटेके, संपर्क प्रमुख गोलू पाटिल, संगठक श्याम इंगले तथा अतुल सिंगन व मनीष पवार सहित अनेकों प्रहारियों का जमावडा रहा. लगभग ऐसी ही स्थिति अचलपुर के उपविभागीय अधिकारी कार्यालय व तहसीलदार कार्यालय परिसर में रही.
* आसेगांव में टॉवर पर चढ गए कार्यकर्ता
उधर दूसरी ओर पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा शुरु किए गए आमरण अनशन की ओर सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिए जाने से संतप्त होकर प्रहार पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने आज परतवाडा रोड पर आसेगांव पूर्णा स्थित मोबाइल टॉवर पर चढकर विरुगिरी आंदोलन किया और चेतावनी भी दी कि, जब तक बच्चू कडू द्वारा उठाई गई सभी मांगे मान्य नहीं हो जाती तब तक वे टॉवर से नीचे नहीं उतरेंगे. प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा अकस्मात शुरु किए गए इस आंदोलन के चलते प्रशासन में अच्छा-खासा हडकंप भी मचा रहा.
* महिलाओं ने दी जलसमाधि की चेतावनी
उधर चांदुर बाजार तहसील निवासी कई महिला किसानों ने आज चांदुर बाजार के तहसीलदार कार्यालय पहुंचकर बाकायदा ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि, यदि किसानों व दिव्यांगो के न्यायपूर्ण अधिकारों के लिए अनशन कर रहे बच्चू कडू की मांगो को दो दिन के भीतर मंजूर नहीं किया गया और बच्चू कडू का अनशन यदि दो दिन के भीतर खत्म नहीं कराया गया तो चांदुर बाजार तहसील की महिला किसानों द्वारा विश्रोली स्थित पूर्णा प्रकल्प के पानी में डूबकर जलसमाधि ले ली जाएगी. इस ज्ञापन की प्रतिलिपी चांदुर बाजार पुलिस स्टेशन के थानेदार को भी सौंपी गई है. ज्ञापन सौंपते समय वैशाली बंड, प्रांजली बंड, रुपाली कडू, मीरा उईके, वृषाली पोहोकार, प्रणिता कडू, मंगला पोहोकार, सारिका धोटे, वंदना बंड, बबिता पोहोकार, शारदा पोहोकार, हर्षा बंड, दीपिका धोटे, शोभा बेलोरकार, प्रविणा पोहोकार, भाग्यश्री बंड, वनमाला बंड, विद्या बंड, शीतल बंड, दीपाली साबले, निलिमा बंड, वैशाली साबले, आशा बंड व अलका बंड आदि महिला किसानों की उपस्थिति रही.
* अकोला में प्रहारियों की धरपकड शुरु
उधर अकोला में प्रहार जनशक्ति पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की पुलिस द्वारा जमकर धरपकड की जा रही है. जिसके तहत प्रहार पार्टी के अकोला महानगर अध्यक्ष मनोज पाटिल को अकोला पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर रखा है. बता दें कि, आज अकोला में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सभा आयोजित है. जिसके चलते सीएम फडणवीस का अकोला में आगमन हुआ है. जिसके चलते प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सीएम फडणवीस के काफीले को और उनके सभा स्थल पर काले झंडे दिखाने की घोषणा की थी. जिसे ध्यान में रखते हुए अकोला शहर सहित जिले में प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की धरपकड की जा रही है.
* दो वर्ष की बच्ची के साथ माता-पिता करेंगे अनशन
इस समय बच्चू कडू द्वारा शुरु किया गया अनशन धीरे-धीरे तीव्र रुप धारण कर रहा है और अब कार्यकर्ताओं के साथ-साथ किसान एवं सर्वसामान्य नागरिक भी बडे पैमाने पर इस आंदोलन में शामिल हो रहे है. जिसके तहत पिंपरी गांवी निवासी सागर सोनारे नामक किसान ने अपनी पत्नी समीक्षा सोनारे और अपनी दो वर्षीय मासूम बच्ची के साथ कल गुरुवार की सुबह से पिंपरी ग्रामपंचायत के सामने अन्नत्याग आंदोलन करने की घोषणा की है. जिसे लेकर उन्होंने पूर्व मंत्री बच्चू कडू सहित तहसीलदार एवं चांदुर बाजार पुलिस स्टेशन को लिखित पत्र सौंपते हुए बताया कि, इस आंदोलन में क्षेत्र के किसान व आम नागरिक भी बडे पैमाने पर हिस्सा लेंगे.
* मंत्रालय में भी प्रहारियों ने घुसकर किया आंदोलन
इस बीच यह जानकारी भी सामने आई कि, मुंबई स्थित मंत्रालय में भी प्रहार पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रहार स्टाईल में आंदोलन किया. इस समय मंत्रालय परिसर में घुसे प्रहार पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने के साथ ही सरकार को किसान विरोधी नीतियों को तुरंत खत्म किए जाने की मांग की.
* आर्वी में हुआ अर्धनग्न आंदोलन
– किसानों ने तहसीलदार को सौंपे अपने कपडे
उधर आर्वी तहसील में पूर्व मंत्री बच्चू कडू के अनशन का समर्थन करते हुए किसानों ने बेहद अनूठे तरीके से एक अभिनव आंदोलन किया. जिसके तहत बाला जगताप के नेतृत्व में आर्वी तहसील के कई किसान तहसीलदार कार्यालय पहुंचे और वहां पर अर्धनग्न होते हुए सभी ने अपने पैंट-शर्ट व बवियान उतारकर तहसीलदार के सुपूर्द किए. इस समय किसानों का कहना रहा कि, उनके पास ले-देकर अब केवल शरीर के कपडे ही बचे है और यदि ऐसे ही चलता रहा तो बहुत जल्द उन पर अर्धनग्न अथवा नग्न घुमने की नौबत आन पडेगी. जिसके चलते वे खुद ही अपने कपडे प्रशासन के मार्फत सरकार के सुपूर्द कर रहे है. इस आंदोलन के समय बाला जगताप सहित सुधीर जाचक, विक्रम भगत, संजय कुरील, कुणाल चव्हाण, राजेश आगरकर, गुड्डू पठान, अबरार खान, शेख जफर, अब्दुल राहील, शेख कलीम, अंकुश गोटेफोडे, प्रवीण वाघ, प्रफुल कुंबोट, मंगेश कोल्हे, धीरज गिरडकर, राजू देऊलकर, किरण लोखंडे व शेख इकबाल के साथ ही अनेकों किसान व कार्यकर्ता उपस्थित थे.