अमरावती/दि.28 – ऑनलाइन गेमिंग एप का विज्ञापन करने वाले क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पीछे अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बच्चू कडू लगभग हाथ धोकर पीछे पड गए है. जिसके तहत विधायक बच्चू कडू द्बारा परसों 30 अगस्त को अपने वकील के मार्फत सचिन तेंदुलकर को कानूनी नोटीस भेजी जाएगी.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, लाखों-करोडों युवाओं के लिए प्रेरणास्थान रहने वाले सचिन तेंदुलकर को देश के सर्वोच्च नागरी अलंकरण भारतरत्न से सम्मानित किया गया है और भारतरत्न रहने वाले व्यक्ति का आचार-विचार व व्यवहार किस तरह का हो, इसकी भी एक आचार संहिता है. ऐसे में सचिन तेंदुलकर ने किसी भी तरह का विज्ञापन करने से पहले सोचना चाहिए कि, उसका देश के युवाओं पर क्या असर पडेगा. यदि भारतरत्न रहने वाले सचिन तेंदुलकर द्बारा केवल पैसा कमाने के लिए ऑनलाइन गेमिंग का विज्ञापन करते हुए युवाओं को इसमें फंसने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, तो हम निश्चित तौर पर इसका विरोध करेंगे. हमने इसके लिए सचिन तेंदुलकर को 30 अगस्त तक समय दिया था और अब तक सचिन तेंदुलकर ने इस संदर्भ में अपनी कोई भूमिका स्पष्ट नहीं की है. ऐेस में अब हम सचिन तेंदुलकर को कानूनी नोटीस देंगे. साथ ही 30 अक्तूबर के बाद प्रहार जनशक्ति पार्टी द्बारा सचिन तेंदुलकर के खिलाफ व्यापक आंदोलन भी किया जाएगा.
* ….तो संबंधित अधिकारी को कूट डालेंगे
आशा सेविकाओं को स्वास्थ्य विभाग द्बारा ऑनलाइन काम करने पर मजबूर किया जा रहा है. अन्यथा उन्हें अधिकारियों द्बारा काम से निकाल देने की धमकी दी जा रही है. यह जानकारी मिलने पर विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, आशा सेविकाओं को मिलने वाला मानधन बेहद अत्यल्प होता है. साथ ही उनके पास अन्य कई काम भी रहते है. ऐसी स्थिति में वे ऑनलाइन काम कैसे करें. यह सबसे बडा सवाल है. ऐसे में यदि आशा सेविकाओं से किसी ने जबर्दस्ती ऑनलाइन काम करवाने की कोशिश की, तो संबंधित अधिकारियों की जमकर पिटाई की जाएगी. इस बात को संबंधित अधिकारियों ने ध्यान में रखना चाहिए.