अमरावती

ऑनलाईन एज्युकेशन से बिगडे हस्ताक्षर

लिखने की गति भी हुई मंद

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२८ – इन दिनों कोविड संक्रमण का प्रभाव लगातार बढता जा रहा है. जिसके चलते शिक्षा क्षेत्र में मजबूरन ऑनलाईन प्रणाली का स्वीकार करना पडा है. लेकिन मोबाईल पर दी जानेवाली ऑनलाईन शिक्षा की वजह से जहां एक ओर विद्यार्थियों की आंखों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड रहा है. वहीं विद्यार्थियों के हस्ताक्षर और लिखने की गति पर भी असर पडा है. जिसकी वजह से लिखित परीक्षा में विद्यार्थियों को अब काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
बता दें कि, मार्च-2020 से कोरोना संक्रमण की वजह से सभी स्कुल व महाविद्यालय पूरी तरह से बंद है. ऐसे में कोई अन्य पर्याय नहीं रहने की वजह से ऑनलाईन शिक्षा का सहारा लिया गया. जिसके चलते विगत डेढ वर्षों से मोबाईल व लैपटॉप का उपयोग करते हुए पढाई लिखाई का काम ऑनलाईन चल रहा है. ऐसे में विद्यार्थियों की लिखने की आदत छूट गयी है. इसकी वजह से विद्यार्थियों के हस्ताक्षर तो बिगड ही रहे है, साथ ही साथ उनके लिखने की गति भी मंद हो गयी है. इस समस्या की ओर इन दिनों पालकवर्ग का भी ध्यान नहीं है और शिक्षकों सहित कुछ विद्यार्थियों द्वारा इसकी अनदेखी की गई. ऐसे में अब चूंकि कक्षा 10 वीं व 12 वीं की लिखित परीक्षा नजदिक आ गयी है, तो विद्यार्थियों सहित अभिभावकों को इस बात की चिंता लग गयी है कि, परीक्षा के समय सभी प्रश्न हल करने में सफलता मिलेगी अथवा नहीं.
शिक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भले ही इस समय ऑनलाईन शिक्षा चल रही है, किंतु सभी विद्यार्थियों को नियमित तौर पर कुछ पन्ने का शुध्द लेखन करना चाहिए और पाठ्यपुस्तकों के स्वाध्यायों को लिखना चाहिए. इससे हस्ताक्षर सुधरने के साथ ही लिखने की गति बढने में भी सहायता मिलेगी.

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