अमरावती

रेलगाडियां बंद रहने से बडनेरा जंक्शन ठप्प

सैंकडों लोगों की रोजी-रोटी छिनी

  • अनेकों लोग हुए बेरोजगार

  • नम आंखों से हो रही गाडियां शुरू होने की प्रतीक्षा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – शहर के बडनेरा रेल्वे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा प्राप्त है और इस स्टेशन की समूचे देश में पहचान है. कोरोना काल से पहले इस रेल्वे स्थानक से रोजाना दर्जनों गाडियां गुजरती थी और यहां पर दिनभर हजारों यात्रियों का आना-जाना लगा रहता था. जिनकी वजह से सैंकडों लोगों की रोजी-रोटी चला करती थी. किन्तु कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लागू किये गये लॉकडाउन के बाद हमेशा ही यात्रियों से खचाखच भरे रहनेवाले बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर विगत अनेक माह से चहुंओर सन्नाटा पसरा हुआ है और इस स्टेशन पर आनेवाले यात्रियों पर आश्रित रहनेवाले कई लोग बेरोजगारी का सामना कर रहे है. ऐसे में लंबे समय से चली आ रही बेरोजगारी की वजह से भूखमरी की कगार पर पहुंच चुके है. सैंकडों परिवार अब नम आंखों से रेलगाडियों के दुबारा शुरू होने और हालात के पहले की तरह सामान्य होने की उम्मीद कर रहे है. बता दें कि, कोरोना काल से पहले बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर रोजाना लगभग ४५ रेलगाडियों का आगमन व प्रस्थान होता था और यहां की टिकट खिडकी पर हमेशा यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें दिखाई देती थी. इसके अलावा इस रेल्वे स्टेशन पर रोजाना देश के विभिन्न हिस्सों से सैंकडों-हजारों यात्री उतरते थे और इस स्टेशन से आना-जाना करनेवाले यात्रियों की वजह से कई छोटे-मोटे व्यवसाय फलते-फुलते थे. जिनमें रेल्वे स्टेशन पर काम करनेवाले कुलियों, अधिकृत खाद्यपेय विक्रेताओं, बुक स्टॉल आदि का समावेश कहा जा सकता है. इसके साथ ही बडनेरा रेल्वे स्टेशन के बाहर कई होटल बने हुए है. जहां पर बाहरगांव से आनेवाले यात्री अपनी जरूरत के हिसाब से भोजन व नाश्ता किया करते थे. वहीं बडनेरा रेल्वे स्टेशन से रोजाना करीब ५०० ऑटो व ३० सिटी बस यात्रियों को लेकर बडनेरा से अमरावती के बीच चक्कर लगाया करते थे. लेकिन लॉकडाउन काल के दौरान रेलगाडियां ही बंद हो जाने की वजह से इन सभी लोगोें के पास अब कोई काम नहीं है और बडनेरा रेल्वे स्टेशन के अंदर व बाहर हर ओर सन्नाटा पसरा हुआ है. विगत पांच माह से चली आ रही इस स्थिति की वजह से छोटे-मोटे व्यवसाय करनेवाले कई लोगों के परिवार अब भूखमरी की कगार पर पहुंच चुके है. ऐसे में संबंधितों द्वारा मांग की जा रही है कि, सरकार जिस तरह अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अन्य सभी क्षेत्रों में कामकाज शुरू कर रही है. उसी तरह रेलगाडियों को भी चलने की छूट दी जाये, ताकि रेलवे स्टेशनों पर एक बार फिर पहले की तरह रौनक दिखाई दे, और इस रौनक से पहले की तरह रोजगार के अवसर उपलब्ध हो.

Related Articles

Back to top button