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सेल टै्नस विभाग में नौकरी लगाने का दिया था प्रलोभन
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मंगरुलपीर के पुलिस भर्ती प्रशिक्षण केंद्र की आड में गोरखधंधा
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.२८ – ठगबाज ठगी करने के लिए नित्य नए रास्ते एख्तीयार करते है फिर एक युवती को सेल टै्नस विभाग में नौकरी लगाने का प्रलोभन देते हुए १० लाख रुपए की धोखाधडी करने का मामला उजागर हुआ है. इस मामले में बडनेरा पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन दोनों की सरगर्मी से तलाश शुरु की है. मंगरुलपीर स्थित पुलिस भर्ती प्रशिक्षण केंद्र के आड में इस तरह का गोरखधंधा किया जा रहा था, ऐसी जानकारी बडनेरा के थानेदार पंजाब वंजारी ने दी. संतोष प्रल्हाद चव्हाण (४४, मंगरुलपीर, जिला वाशिम) व सचिन भाऊराव शिरसाट (३०, मोगरा, जिला अमरावती) यह दोनों धोखाधडी के अपराध में नामजद किये गए आरोपियों का नाम है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कल गुरुवार की शाम युवती ने बडनेरा पुलिस थाने में शिकायत दी. बेरोजगार युवती भर्ती पूर्व प्रशिक्षण केंद्र में जुलाई २०१९ को गई थी. मंगरुलपीर में उसकी संतोष चव्हाण से मुलाकात हुई तब चव्हाण व उसके साथी शिरसाट की सहायता से सेल टै्नस विभाग में अच्छे पद पर नौकरी लगाने का प्रलोभन देते हुए युवती व उसके पालक को अपने विश्वास में लिया. इसके बाद जुलाई २०१९से २७ अगस्त २०२० के बीच युवती के पालकों से पहले ६ लाख रुपए और उसके बाद कुछ दिनों में ४ लाख एट लिए ऐसे कुल १० लाख रुपए युवती के पिता ने अपनी खेती बेचकर चव्हाण व शिरसाट को दिये. इस समय युवती व उसके रिश्तेदार व कुछ मित्र भी उपस्थित थे. पीडित युवती ने १० लाख रुपए की रकम चव्हाण के बैंक खाते में जमा की. इसके बाद भी युवती को नौकरी नहीं लगाई तब युवती ने दोनों आरोपियों से रुपयों की मांग की मगर वे उसे टालने लगे. धोखाधडी होने की बात समझ में आने पर युवती ने बडनेरा पुलिस थाने में शिकायत दी. इसपर बडनेरा पुलिस ने चव्हाण व शिरसाट के खिलाफ धोखाधडी के विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर दोनों आरोपियों की तलाश शुरु की है. फिलहाल वे दोनों फरार बताये जा रहे है.