मंगरुलपीर /दि.14- आकांक्षित जिलों में कनेक्टिवीटी की समस्या का सामाधान करने वाशिम से नरखेड-बडनेरा रेल मार्ग विस्तार को लेकर पत्र लिखा गया हैं. जिसमें इस रेल मार्ग हेतु पहल करने का आग्रह किया गया हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व्दारा इस विषय में हुए पत्राचार का सकारात्मक उत्तर मिलने की बात विस्तार प्रारुप समिति के अध्यक्ष सचिन कुलकर्णी के निवेदन में की गई हैं. यह जानकारी कुलकर्णी ने एक प्रेस बयान में दी.
कुलकर्णी ने बताया कि, नरखेड-बडनेरा-वाशिम रेल मार्ग के सर्वे रिपोर्ट को केबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा गया हैं. इस रेल मार्ग विस्तार प्रारुप समिति के कुलकर्णी अध्यक्ष हैं. उन्होंने बताया कि, नरखेड-वाशिम के बिच अधुरी बडनेरा-वाशिम रेल लाइन का सर्वेक्षण काफी समय से प्रलंबित था. इसे बगैर किसी समस्या के पूर्ण कर लिया गया. यह सर्वेक्षण रिपोर्ट मध्य रेलवे व्दारा फाइल नंबर आरएलवाय 0922/प्र.क्यू. 215/परिवहन-5 के अनुसार एमआईडीसी व्दारा दायर हैं. जिसमें छह रेलवे लाइन परियोजना को मंत्री मंडल की स्वीकृति हेतु प्रस्तु किया गया हैं. इसमें वाशिम-बडनेरा रुट शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि वाशिम जिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्दारा की गई सूचना के अनुसार लघु उद्योग और दुर्लभ क्षेत्र तथा आकांक्षित जिलों में शामिल हैं. स्वास्थ्य और विकास की दृष्टि से पिछडा है, इसे मुख्य धारा से जोडने रेलवे लाइन का होना अत्यंत आवश्यक हैं.
* मील का पत्थर
उक्त रेल परियोजना हेतु राज्यसभा सदस्य तथा पद्मश्री विकास महात्मे ने वाशिम-बडनेरा रेल मार्ग विस्तार की आवश्यकता तथा महत्व से अवगत कराया हैं. यह रेल लाइन विस्तार वाशिम जैसे क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होने का दावा किया गया हैं.
* नई लाइन हेतु बैठक
रेलवे लाइन के लिए मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, रेलवे मंत्री, क्षेत्र के सांसदों व विधायकों को मिलकर लाइन विस्तार के लिए अहम बैठक आहूत करने की आवश्यकता हैं. सरकार को रेल लाइन हेतु भूमि आवंटन करना, सांसद निधि से कुछ राशि और रेल बजट में भी रेलवे लाइन की स्वीकृति प्रदान करना आवश्यक हैं. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों, समाजसेवी, आम लोगों व्दारा सरकार और रेलवे बोर्ड पर दबाव डालकर रेलवे लाइन की स्वीकृति हेतु आवाज उठानी चाहिए.