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अगले 4 दिनों तक बना रहेगा बदरीला मौसम

ठंड का प्रमाण घटा, न्यूनतम तापमान उपर उठा

* फेंगल चक्रवात की वजह से बदला मौसम
* तुअर के लिए घातक है मौसम में बदलाव
अमरावती/दि.2 – विगत 8 दिनो से तापमान के घट जाने के चलते अच्छी खासी ठंड पडने लगी थी. लेकिन रविवार से शहर सहित जिले के आसमान पर अचानक ही काले घने बादल छा गये और ठंड लगभग गायब हो गई. पता चला है कि, शनिवार 30 नवंबर की रात तमिलनाडू व आंध्रप्रदेश के तटिए क्षेत्रों में फेंगल नामक चक्रवात सक्रिय हुआ है. जिसकी वजह से मौसम में यह बदलाव आया है. साथ ही मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह स्थिति अगले तीन-चार दिन तक बनी रहेगी और गुरुवार के बाद एक बार फिर ठंड का जोर बडेगा. मौसम में हुआ यह बदलाव तुअर की फसल के लिए काफी हद तक घातक बताया जा रहा है तथा तुअर की फसल पर इल्लियों का हमला होने की आशंका जतायी जा रही है.
इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर स्थानीय मौसम विज्ञानी प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, बंगाल के उपसागर में सक्रिय होकर आंध्रप्रदेश व तमिलनाडू के तटिये क्षेत्र तक पहुंचे फेंगल नामक चक्रवात का परिणाम राज्य के वातावरण पर हुआ है और रविवार को राज्य के कई हिस्सों में बदरीला मौसम हो गया. जिसकी वजह से न्यूनतम तापमान का स्तर उंचा उठा और ठंड का प्रमाण घट गया. प्रा. बंड के मुताबिक विगत 24 घंटे के दौरान अमरावती शहर सहित जिले में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं सबसे न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस नाशिक जिले में दर्ज किया गया. प्रा. बंड ने यह भी बताया कि, आगामी 4 दिनों तक बदरीले वातावरण वाली स्थिति यूं ही बरकरार रहने की पूरी संभावना है. जिससे ठंड लगभग बेअसर रहेगी. वहीं गुरुवार को आसमान पूरी तरह साफ होने के बाद एक बार फिर ठंड का असर दिखाई देना शुरु होगा. वहीं इस दौरान कुछ स्थानों पर बारिश भी हो सकती है.
मौसम व कृषि विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड के साथ ही जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते के मुताबिक यदि अगले दो दिनों तक अंशत: रुप से वातावरण बदरीला बना हुआ रहता है, तो उससे तुअर की फसल पर कोई विशेष फर्क नहीं पडेगा. लेकिन बदरीले मौसम वाली स्थिति के 4-5 दिनों तक बने रहने की स्थिति में तुअर की फसल पर इल्लियों का प्रादूर्भाव दिखाई दे सकता है. ऐसे में किसानों ने समय रहते किटनाशक दवाओं का छिडकाव करते हुए प्रतिबंधात्मक उपाय करने चाहिए.

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