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रामनवमी शोभायात्रा में मनोज बने थे बागेश्वर बाबा

पत्नी और भाई का आरोप कि प्लान बनाकर मारा

सीपी ने कहा अब तक की जांच में लव जेहाद का एंगल नहीं
अमरावती/दि.8- पिछले शनिवार की देर रात शहर के प्रसिद्ध पटेल के गणपति मंदिर के मुख्य व्दार के सामने हुई मनोज हीरालाल सोनी की जघन्य हत्या को लेकर चर्चा बनी हुई हैं. लेकिन शहर पुलिस के मुखिया नवीनचंद्र रेड्डी ने आज अमरावती मंडल से खास बातचीत में कहा कि, अब तक की जांच में इस घटना में लव जेहाद रोकने के बारे में काई एंगल नहीं दिखाई दे रहा. दो आरोपियों ने तैश में आकर मनोज की जान ले ली. घटना अचानक होने की बात भी सीपी ने कही. उधर एक के बाद एक अनेक नेता सोनी परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाने के साथ आर्थिक मदद भी करने का प्रयत्न कर रहे हैं. हिंदू सकल समाज ने 11 जुलाई को मनोज सोनी को सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित करने की घोषणा कर रखी है. इस बीच अमरावती मंडल ने आज तारखेडा में सोनी परिवार के यहां जाकर बातचीत की. मनोज की पत्नी सोनू सोनी और बडे भाई कैलाश हीरालाल सोनी ने बातचीत में आरोप लगाया कि, मनोज को योजनाबद्ध तरीके से मारा गया. उनका आरोप है कि किसी झगडे में बीचबचाव की पुलिस की बात सरासर गलत है. ऐसा कोई बुजुर्ग पुलिस सामने भी नहीं ला सकी है. बल्कि कैलाश सोनी ने कहा कि मनोज को मारने के लिए वह लोग आए थे. उन्होंने तीन बार वहां से चक्कर लगाया, फिर मनोज को एक निर्माणाधीन मकान के पास ले जाकर अंधेरे में चाकू से सपासप वार कर मार डाला.
* 6-7 घाव मारे
कैलाश सोनी ने आरोप लगाया कि मनोज को मारने के लिए ही आरोपी आए थे. कोई छोटी-बडी बात पर झगडा हो जाता तो क्या किसी की जान ही कोई ले लेता है क्या? इस सवाल के साथ कैलाश ने कहा कि एक ही जगह पर 6-7 घाव मनोज को मारे गए. साफ है कि आरोपी उसे खत्म करने के उद्देश्य से ही आए थे. उसका मुंह दबाकर मारा गया ताकि वह मदद के लिए पुकार ही न सके.
* ऑक्सीजन मिल जाती तो बता सकता मनोज
कैलाश सोनी ने बताया कि घर से मुश्किल से 40 मीटर दूर हुई वारदात का पता तुरंत ही चल गया. व लोग दौड पडे. खून से लथपथ मनोज को उन्होंने पंकज मडघे, निन्नोरे, पप्पू नाश्तेवाले के साथ मिलकर स्कूटर पर ही लेकर इर्विन दौडे. मनोज आरोपियों को शायद जानता था. उसने बोलने की कोशिश की. उसका काफी खून बह गया था. इर्विन में लाने के बाद भी काफी देर तक उपचार शुरु नहीं हो सका. सोनू सोनी के अनुसार यदि ऑक्सीजन समय पर लग जाती तो मनोज कुछ कह सकता.
* हिंदुत्व का कार्यकर्ता
पत्नी सोनू और बडे भाई कैलाश ने दावा किया कि मनोज हिंदुत्व के लिए काम करता था. अनेक कार्यक्रमों में अग्रणी रहता था. ऐसे ही कई बार वह देर रात उठकर रक्तदान के लिए भी गया. इतना ही नहीं उसने गत मार्च माह में रामनवमी पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा में चर्चित बागेश्वर महाराज खुद बनकर झांकी सजीव की थी. उसी प्रकार वह नवरात्री, गणेशोत्सव में बढ चढकर हिस्सा लेता. तारखेडा परिसर के नवरात्री आयोजन में अग्रणी रहनेवाला मनोज सभी की मदद करने का जज्बा रखता था. उसी प्रकार किसी की तबीयत खराब हो जाती तो उन्हें लेकर अस्पताल दौडता.
* सीजनल धंधे का कामकाज
अभी कुछ समय से सीसीटीवी की विक्री और इंस्टॉल करने का काम करनेवाला मनोज मौसमी धंधे करता था. गणेश और लक्ष्मी मूर्तियां एवं उसकी साज सज्जा की सामग्री बेचने के साथ उसने फसल मंडी में चाय का ठेला भी लगाया था. उसे संचालक प्रमोद इंगोले ने कैंटिंन हेतु जगह दिलाने का वादा किया था.
* किराए के मकान में रहता है परिवार
सोनी परिवार फिलहाल जंगले के मकान में रह रहा है. यह मकान प्रसिद्ध गणपति मंदिर के पास ही है. सोनी परिवार 11 वर्षो से इसी परिसर में रह रहा है. पहले मडघे के घर में किराए से रहते थे अब जंगले के घर में पहले माले पर दोनों भाई कैलाश और मनोज अलग-अलग कमरों में रहते हैं. घर में मां रेखा सोनी और कैलाश की पत्नी पूर्वा सोनी भी है. कैलाश जवाहर रोड की पूजा कॉस्मेटिक दुकान में काम करते हैं.
* 2016 में किया प्रेम विवाह
6 अक्तूबर 1994 को जन्मे मनोज ने 29 अप्रैल 2016 में सोनू शिरभाते से प्रेम विवाह किया था. सोनू इसी परिसर में रहती थी. उनके पिता लाल दवाखाने में कार्यरत थे. विवाह के 7 वर्ष बाद उनकी पत्नी गर्भवती है. घर में वर्षो बाद नया मेहमान आनेवाला है. जिससे सोनी परिवार खुश था. पिछले माह ही गोदभराई का कार्यक्रम किया गया था. अपने बच्चे को लेकर मनोज ने कुछ सपने देखे थे. कुछ अरसा पहले ही उसने मां की आंखों का भी ऑपरेशन करवाया था. किंतु 1 जुलाई की रात सोनी परिवार को बडा आघात सहना पडा. जब मनोज की निर्मम हत्या कर दी गई. उस घटना के बाद अब तक परिवार सदमे में है. पुलिस की तहकीकात चल रही है. दो आरोपी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिए गए हैं. अब भी वहां पुलिस का दंगारोधी पथक और जवान तैनात हैं. यह परिसर संवेदनशील माना जाता है.
* गुस्से में हुई अचानक घटना-सीपी
इस बारे में पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी से पूछने पर उन्होंने कहा कि, अब तक की जांच में लव जेहाद रोकने की कोशिश में मनोज की हत्या होने का कोई प्रमाण अथवा सबूत सामने नहीं आया है. जांच चल रही है. आरोपी दो ही थे. दोनों को पकड लिया गया है. यह घटना अचानक गुस्से में हुई. दोनों आरोपी अपने ऐरिया में गुंडागर्दी के लिए कुख्यात है और उन पर कुछ मामले भी दर्ज है. सीपी ने स्पष्ट कहा कि आरोपी और मृतक एक दूसरे को नहीं पहचानते थे. जब उनसे पूछा गया कि अनेक दल और संगठन लव जेहाद रोकने के चक्कर में मनोज की हत्या होेने का आरोप कर रहे है तो सीपी ने कहा कि अब तक ऐसा कुछ सामने नहीं आया है. फिर भी पूरी गंभीरता से जांच चल रही है. लगभग 20 लोगों से पूछताछ पुलिस ने की है. पुलिस जांच कार्य में कोई कसर नहीं रखेगी. प्रत्येक एंगल से जांच करने का दावा सीपी ने किया.

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