अमरावती/दि.21-मेलघाट के अनुसूचित जाति समाज को स्थानीय स्तर पर सरकारी नौकरी में आरक्षण मिलें और 2024 में होने वाले जिला परिषद ठेका शिक्षक भर्ती में विशेष सहुलियत का लाभ मिलें, इस मांग को लेकर संभागीय आयुक्त, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. बलई समाज ने अपना ऐतिहासिक अस्तित्व दिखाकर आरक्षण के अधिकार के लिए आवाज बुलंद की है. प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में कहा किया है कि, मेलघाट के चिखलदरा और धारणी तहसील में अनुसूचित जाती के बलई समाज के लोग सैकडों वर्षों से निवास कर रहे है. 1903 से 1945 कालावधि के विविध दस्तावेज उपलब्ध होने पर भी इस समाज को सरकारी नौकरी में आरक्षण मिलने कई दिक्कतें आ रही है. अनुसूचित जाति दलित समाज को संविधान ने दिए आरक्षण का अधिकार स्थानीय स्तर पर लागू करने की मांग ज्ञापन कर्ताओं ने प्रशसन से की है. इसके अलावा 2024 में होने वाली ठेका शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में दलित समाज व अन्य स्थानीय समाज के गुणवत्ताधारक छात्रों को मौका मिलें, आदि सहित अन्य मांगे ज्ञापन में की गई. बलई समाज की मांगों पर ध्यान केंद्रीत कर अनुसूचित जाति के दलित समाज के युवाओं को शासकीय नौकरी में आरक्षण का लाभ मिलें और उनकी सामाजिक और आर्थिक उन्नती के लिए उचित अवसर उपलब्ध किए जाए, यह अपेक्षा ज्ञापन कर्ताओं ने व्यक्त की. ज्ञापन देते समय अखिल बलई मेहरा समाज महासंघ के अध्यक्ष बब्बु अजेनरिया, राजेश गाठे, प्रवीण आठवले, अमित सोणारे, दिलीप घोरपडे, मोहन अजनेरीया, श्याम बेलकर, सचिन आठोले, धनराज आठोले, आकाश बेलकर व समाज के अन्य लोग उपस्थित थे.