बालासाहब का फोटो तीनों प्रमुख रैलियों में
भगवा, नीले, पीले झंडे लहरा रहे
* महायुति और मविआ दोनों ओर एक जैसा चित्र
अमरावती/दि.6 – अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 3 प्रमुख उम्मीदवार माने जा रहे हैं. उनमें वर्तमान सांसद और महायुति प्रत्याशी नवनीत राणा, मविआ के बलवंत वानखडे और प्रहार के दिनेश बूब का समावेश है. तीनों ही उम्मीदवारों ने अपने-अपने पार्टी प्रमुख नेताओं के फोटो, बैनर्स, पोस्टर्स पर प्रमुखता से प्रकाशित किये हैं. तीनों में एक हस्ती कॉमन रही. वह हैं बालासाहब ठाकरे. तीनों प्रमुख प्रत्याशियों की नामांकन रैलियों में बालासाहब ठाकरे का फोटो प्रमुखता से प्रकाशित किया गया. लहराया गया.
बालासाहब ठाकरे ने लगभग 55 बरस पहले शिवसेना पक्ष की स्थापना की थी. वे शिवसेना के पक्ष प्रमुख हैं. शिवसेना 2 वर्ष पहले टूट गई. अब शिवसेना उबाठा और शिवसेना एकनाथ शिंदे दो गट हो गये हैं. दोनोें ही गट बालासाहब ठाकरे का फोटो अपने प्रत्येक पोस्टर, घोषणा में लगा रहे हैं. बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र की राजनीति पर दशकों तक छाये रहने वाली हस्ती का नाम है. मृत्युपरांत भी वे लोगों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं.
महायुति में शिवसेना शिंदे शामिल है. मविआ में शिवसेना उबाठा प्रमुख घटक है. इन दोनों ने बालासाहब ठाकरे के फोटो का उपयोग चला रखा है. दोनों अपने आप को असली शिवसेना बताते हैं. किंतु प्रहार के प्रत्याशी दिनेश बूब की रैली में भी बालासाहब ठाकरे का फोटो प्रमुखता से लहराया गया. बूब शिवसेना से लंबे अरसे से जुडे रहे. अपने आपको बालासाहब का शिवसैनिक मानते हैं. उसी प्रकार उनके खेवनहार बच्चू कडू भी राजनीति का ककहरा शिवसेना में सीखे. बाद में उन्होंने शिवसेना से अलग होकर प्रहार जनशक्ति पक्ष स्थापित किया. दिलचस्प बात है कि, बच्चू कडू स्वयं 20 वर्ष पहले अमरावती सीट से शिवसेना के अधिकृत प्रत्याशी को ललकार चुके हैं. वे अपने प्रयासों में थोडे से अंतर के कारण चूक गये थे. अब शिवसैनिक को अपने पाले में लेकर प्रहार के पहले प्रत्याशी को दिल्ली भेजने का पुन:प्रयत्न कर रहे हैं. उनका कहना भी है कि, उनका अधूरा सपना दिनेश बूब पूर्ण करेंगे.
जो भी हो अमरावती सीट पूरे महाराष्ट्र में हॉट टॉपिक बनी हुई है. यहां के चुनाव की चर्चा के अपने अपने कारण है. तीनों प्रमुख उम्मीदवार भाजपा की नवनीत राणा, कांग्रेस के बलवंत वानखडे एवं प्रहार के दिनेश गणेश बूब बगैर किसी रोक-टोक के बालासाहब ठाकरे का छायाचित्र धडल्ले से उपयोग में ला रहे हैं. एक बडी वजह अमरावती लोकसभा क्षेत्र का शिवसेना का अभेद्य दुर्ग रहना भी बताया जा रहा है.