1132 गांवों में कुएं खोदने पर लगाया गया प्रतिबंध
जीएसडीए के अनुसार सेमी क्रिटिकल, क्रिटिकल, ओवर-एक्सप्लाइटेड गांव

* सर्वेक्षण विभाग ने चार श्रेणियां की निश्चित
अमरावती/दि.24-भूजल की अनाप-शनाप निकासी, उस तुलना में पुनर्भरण नहीं होने के कारण भूजल स्तर में कमी आ रही है. इसके लिए भूजल सर्वेक्षण विभाग ने ‘स्टेज ऑफ डेवलपमेंट’ जमीन की चार श्रेणियां निश्चित की हैं. इनमें जिले के 2 हजार में से 813 गांव सेफ जोन में हैं. वहीं सेमी क्रिटिकल, क्रिटिकल, ओवर एक्सप्लाइटेड श्रेणी में 1132 गांव हैं. इन गांवों में शासन योजनाओं के कुएं खोदने पर प्रतिबंध लगाया गया है. केंद्रीय भूजल प्राधिकरण और राज्य भूजल विभाग भूजल स्तर और उसके उपयोग पर आधारित भूजल क्षेत्र का वर्गीकरण करते हैं. जिले के 2 हजार गांवों का सिंचाई क्षेत्रनिहाय विभाजन किया गया है. इन गांवों में योजनाओं के कुएं खोदने को मनाही होने पर भी सामूहिक कुएं खोदने को मनाही नहीं होने की जानकारी, जीएसडीए के भू- वैज्ञानिक प्रतीक चिंचमलातपुरे ने दी. स्टेज ऑफ डेवलपमेंट के अनुसार सिचाई क्षेत्रों की वर्गवारी निश्चित होती है. जमीन में उपलब्ध पानी के अनुसार उस क्षेत्र में कुओं की संख्या निश्चित की जाती है.
* बोरवेल खोदने पर भी प्रशासन का प्रतिबंध
ओवर एक्सप्लाइटेड श्रेणी के 472 गांवों में केवल कुएं ही नहीं बल्कि बोरवेल भी खोदने की मनाही है. इन गांवों में कुएं अथवा बोरवेल खोदने पर प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा उपविभागीय राजस्व अधिकारी द्वारा कार्रवाई प्रस्तावित की जाती है. डार्क जोन की मोर्शी, वरुड तहसीलों सहित चांदूर बाजार तहसील के कुछ गांवों का इनमें समावेश है.
* सिंचाई क्षेत्र निश्चित करने की कार्यपध्दति
संबंधित क्षेत्रों के सिंचाई कुएं, विंधन कुएं, जलापूर्ति के कुओं की जानकारी तहसील व पंचायत समिति कार्यालय द्वारा ली जाती है. पर्जन्यमान, भूजल स्तर, मानसून पूर्व व मानसून के बाद हुई बारिश आदि गांव निहाय सिंचाई क्षेत्र की जानकारी सॉफ्टवेअर द्वारा केंद्रीय भूजल प्राधिकरण को भेजी जाती है तथा पानी का तालेबंद तैयार किया जाता है.
* जिले का वर्गीकरण
क्रिटिकल गांव : 181
ओवर एक्सप्लाइटेड : 472
सेमी क्रिटीकल गांव : 479
सेफ विलेज : 813
कुल गांव : 2000
* प्रतिबंधित गांव
अचलपुर तहसील में 167 गांव, अमरावती 79, अंजनगांव सुर्जी 91, भातकुली 27, चांदूर रेलवे 08, चांदूर बाजार 155, चिखलदरा 64, दर्यापुर 60, धामणगांव 64, धारणी 9, मोर्शी 866, नांदगांव 86, तिवसा 18 व वरुड़ तहसील में 139 गांवों में शासकीय योजनाओं के कुएं खोदने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
* इस प्रकार है वर्गवारी
60 से 70 प्रतिशत सेमी क्रिटिकल विलेज, 70 से 80 प्रतिशत क्रिटिकल विलेज तथा 80 से 100 प्रतिशत ओवर एक्सप्लाइटेड है.