समिति गठित, करेगी निरीक्षण
अमरावती/दि.3-बिना शिक्षकों के चल रहे कॉलेजों को संत गाड़गेबाबा अमरावती विद्यापीठ ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि उन्हें कॉलेज में 31 मई तक पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति करनी होगी. ऐसा नहीं करने वाले कॉलेजों को प्रथम वर्ष के दाखिले पर रोक लगा दी जाएगी. आदेश का उल्लंघन कर अपने यहां प्रथम वर्ष में दाखिले करवाता है तो ऐसे कॉलेज को विद्यापीठ की ओर से मंजूरी नहीं दी जाएगी.
विवि के इस फैसले से बिना पूर्णकालिक शिक्षकों के भरोसे चल रहे कॉलेजों में हड़कंप मचा हुआ है. सूत्रों के अनुसार, विविद ने इस फैसले के साथ ही प्र- कुलपति डॉ. प्रसाद वादगांवकर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया. यह समिति ऐसे कॉलेजों का पता लगाएगी. साथ ही उनकी सूची तैयार की जाएगी. सूची तैयार होने के बाद उसे विवि की प्रबंध परिषद की बैठक में रखा जाएगा. उसे मंजूरी मिलने के बाद कॉलेजों को नोटीस भेजकर पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति करने को कहा जाएगा. शिक्षकों की नियुक्ति करने के बाद इसकी जानकारी विवि को देनी होगी. इसके बाद ही उन्हें प्रथम वर्ष में विद्यार्थियों को दाखिला देने की अनुमति दी जाएगी.
इस बारे में विवि के कुलपति डॉ. प्रमोद येवले ने कहा कि यह फैसला प्रबंध परिषद की मंजूरी के बाद लिया गया है. विवि के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत किसी भी ऐसे कॉलेज को चलने नहीं दिया जाएगा जहां पूर्णकालिक शिक्षक नहीं है. यह फैसला विद्यार्थियों के हित को देखते हुए लिया गया है. यदि कोई कॉलेज आदेश का पालन नहीं करता है तो वहां नए शैक्षणिक सत्र में होने वाले प्रथम वर्ष के दाखिले पर रोक लगा दी जाएगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विवि से संबद्ध कितने कॉलेजों में एक भी शिक्षक नहीं है, इसके निश्चित आंकड़े नहीं है. इसीलिए प्र-कुलपति की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है.