मानसून की आहट होते ही गौण खनिज के उत्खनन पर रोक
पर्यावरण विभाग की 30 सितंबर तक समय सीमा
अमरावती/दि.12– मानसून की आहट होते ही अब नागरिकों को भीषण गर्मी से राहत मिलनेवाली है. मानसून की शुरुआत अब होने ही वाली है. इस कारण जिले के सभी रेती घाट व गौण खनिज के उत्खनन पर रोक लगा दी गई है. अब उत्खनन का कार्य 30 सितंबर के बाद ही होगा. जिले के जिन 7 अधिकृत रेती डिपो पर रेती जमाकर रखी गई है उसी से आगामी 4 माह तक काम चलाना होगा. पर्यावरण विभाग की मंजूरी भी 30 सितंबर को खत्म होगी.
अमरावती जिले के जिन 30 घाटो से रेती का उत्खनन किया जानेवाला था. अब उसे पूरी तरह से रोक दिया है. जिले के कुल 16 में से 7 डिपो ही खुल पाए है. जिले के धामणगांव रेलवे तहसील के जलगांव मंगरुल, तिवसा तहसील के चांदुर ढोरे, फत्तेपुर जावर और धामंत्री, भातकुली तहसील के नावेड, अचलपुर तहसील के निंभारी तथा मोर्शी तहसील के तलनी डिपो पर ठेकेदारों द्वारा जितनी रेती का उत्खनन कर रखा गया है उसी रेती से जिले के निर्माणकार्य चल सकेगे. रेती नीति को लेकर लंबे समय से चल रही प्रक्रिया आगे बढ रही थी तब लोकसभा चुनाव लग गए. 16 मार्च से आचारसंहिता शुरु हुई. आचारसंहिता लगने के बाद होनेवाली रेत तस्करी को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कदम भी उठाए और 25 मामले दर्ज किए. इन सभी प्रकरणो में 24 लाख 17 हजार 137 रुपए का जुर्माना लगाकर 15.41 लाख रुपए वसूल किए गए. राज्य सरकार ने रेत नीति में संशोधन किया. पिछले साल 600 रुपए प्रति ग्राहक रेत बेचने की नीति थी. लेकिन वित्तीय बोज बढने की बात ध्यान में आने के बाद चालू वर्ष में उसमें बदलाव किया गया. प्रत्येक ब्रास के लिए दो हजार रुपए अथवा उससे अधिक का भुगतान करना होगा.
* मानसून में उत्खनन का काम बंद
मानसून के दौरान जिले के सभी घाटो पर सभी तरह के गौण उत्खनन के कार्य बंद कर दिए जाते है. प्रशासन की ओर से जिले के 7 अधिकृत डिपो पर जमा कर रखी गई रेती की नागरिक खरीददारी कर सकते है.
– इब्राहिम खान
जिला उत्खनन अधिकारी.